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वाराणसी के शंखधर…दशाश्वमेध घाट पर ढाई मिनट तक गूंजती रही जिनकी शंख ध्वनि, PM मोदी भी हुए मुरीद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती में पांचवीं बार शामिल हुए। उन्होंने 15 मिनट तक गंगा पूजन किया। इसके बाद आरती देखी। इस दौरान दशाश्वमेध घाट का नजारा देखने लायक था।

वाराणसीJun 19, 2024 / 10:39 am

anoop shukla

PM Modi Varanasi Visit : PM नरेंद्र मोदी देश की सत्ता तीसरी बार संभालने के बाद मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। पीएम मोदी ने यहां पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए।
इस दौरान वह दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में भी शामिल हुए, पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। गंगा आरती के दौरान सबसे ज्यादा उस शख्स ने खींचा, जिनकी शंख ध्वनि लगातार 2 मिनट 40 सेकेंड तक वहां मौजूद लोगों के कानों में गूंजती रही।
भगवा वस्त्र धारण किए उस योगी ने जैसे ही शंख बजाना शुरू किया, तो काफी देर तक रुकने का नाम ही नहीं लिया।उनकी इस प्रतिभा को देखकर वहां मौजूद, पीएम मोदी, अमित शाह और सीएम योगी भी उनके मुरीद हो गए।अब सभी के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर अपनी प्रतिभा से हैरान करने वाले ये भगवाधारी आखिर हैं कौन?
दशाश्वमेध घाट पर लगातार दो मिनट 40 सेकेंड तक शंख बजाकर सभी को हैरान करने वाले भगवाधारी का नाम रामजनम है।सिर्फ पीएम मोदी, सीएम योगी और अमित शाह ही नहीं सुपरस्टार अमिताभ बच्चन भी उनके शंखनाद के दीवाने हैं, रामजनम के शंख बजाने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह 2 मिनट 40 सेकेंड से ज्यादा समय तक बिना रुके शंख बजाते रहे।
शंखनाद संपन्न उन्होंने हर-हर महादेव के साथ किया।जब वह शंखनाद कर रहे थे तो उनको देखकर पीएम मोदी, सीएम मोदी और अमित शाह के चेहरे पर अलग ही मुस्कराहट देखने को मिली. जैसे ही रामजनम ने शखनाद संपन्न किया, सभी मेहमानों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया।
रामजनम योगी वाराणसी के चौबेपुर के रहने वाले हैं. अपनी साधना के बल पर उनको लंबे समय तक शंख बजाने में महारथ हासिल है. उनकी इस प्रतिभा को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है।हैरान करने वाली बात यह है कि रामजनम बिना सांस तोड़े आधे घंटे से ज्यादा समय तक भी शंखनाद कर सकते हैं।उनकी उम्र करीब 63 साल है।
जानकारी के मुताबिक, वह 8 साल की उम्र से अपने घर के बाहर बने हनुमान मंदिर में शंख बजा रहे हैं। धीरे-धीरे उन्होंने अपनी सांस पर कंट्रोल कर लिया। खास बात यह है कि शंख बजाते समय वह अपनी सांस को रोककर रखते हैं, वह लय को टूटने नहीं देते।शुरुआती दिनों में वह काशी की रामलीला में शंखनाद करते थे, बनारस में बड़े-बड़े धार्मिक आयोजनों से लेकर बड़ी हस्तियों के वाराणसी पहुंचने तक, रामजनम अलग-अलग मौकों पर लोगों को अपने शंखनाद का मुरीद बना चुके हैं।
रामजनम सिर्फ मोदी, योगी और शाह के सामने ही नहीं, राष्ट्रपति मुर्मू, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, यहां तक कि विदेशी मेहमानों जैसे फ्रांस के पीएम इमैनुअल मैक्रों, जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे समेत अन्य मेहमानों के सामने भी बिना सांस तोड़े शंख बजा चुके हैं।साल 2023 में भी रामजनम के शंखनाद को पीएम मोदी और सीएम योगी ने खूब सराहा था। पीएम ने न सिर्फ उनकी जमकर तारीफ की थी बल्कि उनकी पीठ भी थपथपाई थी।पीएम मोदी ने उनसे कहा था कि वह अपनी इस अद्भुद प्रतिभा को अगली पीढ़ी तक लेकर जाएं।
रामजनम की इस अद्भुद प्रतिभा को जो कोई भी महसूस करता है उनका दीवाना बन जाता है।वाराणसी में होने वाले खास समारोह में वह अक्सर ही अपनी मौजूदगी दर्ज करवाते रहे हैं।कहा ये भी जाता है कि पूरी दुनिया में इस तरह की प्रतिभा सिर्फ रामजनम के पास ही मौजूद है. वह बिना लय तोड़े आधे घंटे तक भी शंख बजा सकते हैं।
वह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भी अपना नाम भेज चुके हैं, लेकिन यह रिकॉर्ड अपने नाम करने के लिए रामजनम को उनके ही जैसे दो अन्य लोगों की जरूरत होगी।माना जाता है कि रामजनम पर बजरंगबली का आशीर्वाद है।उनकी इस प्रतिभा के दीवाने सुपरस्टार अमिताभ बच्चन भी हैं. रामजनम योगी ‘शंख महाराज’ के नाम से फेमस हैं।

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