वाराणसी में पीएम मोदी के नाम का बजा डंका
यूपी की वाराणसी लोकसभा सीट पर सातवें चरण के तहत 1 जून को वोट डाले गए थे। इस बार यहां 1909 बूथों पर 56.35% मतदान दर्ज किया गया। पीएम मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार लोकसभा के चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्होंने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में वाराणसी से बड़ी जीत दर्ज की थी। हालांकि अजय राय भी वाराणसी संसदीय क्षेत्र से लगातार चौथा चुनाव लड़े हैं। पिछले तीन चुनावों में उन्हें यहां करारी हार का सामना करना पड़ा था। वह 2009 में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में यहां से लड़े थे और 18.61 फीसदी वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे। बसपा के मुख्तार अंसारी को 27.94 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे और उन्हें बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी ने हराया था।साल 2014 में क्या था वाराणसी लोकसभा का चुनावी परिणाम?
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को 56.37 फीसदी वोट मिले थे और उन्होंने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 3.70 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। तब पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 20.30 प्रतिशत वोट मिले थे। इसी के साथ वह दूसरे स्थान पर रहे थे। जबकि कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे अजय राय तीसरे स्थान पर रहे थे। उन्हें 7.34 प्रतिशत मत मिले थे। यह भी पढ़ें
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साल 2019 में यह रहा लोकसभा चुनाव का रिजल्ट
लोकसभा चुनाव 2019 में भी अजय राय वाराणसी से कांग्रेस के उम्मीदवार थे और तीसरे स्थान पर रहे थे। पीएम मोदी को 63.62 प्रतिशत वोट मिले थे और उन्होंने समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव को 4.79 लाख वोटों के अंतर से हराया था। सपा प्रत्याशी को 18.40 फीसदी वोट मिले थे। अजय राय को 14.38 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे। कांग्रेस आखिरी बार 2004 में वाराणसी सीट जीती थी। जब उसके प्रत्याशी राजेश मिश्रा ने बीजेपी के शंकर प्रसाद जायसवाल को हराया था। शंकर जायसवाल 1996, 1998 और 1999 में वाराणसी के सांसद चुने गए थे।वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) एस राजलिंगम का कहना है कि चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू की गई। स्ट्रॉन्ग रूम को उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में खोला गया। मतगणना त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच की गई है।