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रिजल्ट घोटाला: जानिए कैसे हुआ नम्बरों का खेल, 2 को 23 व 7 को बना दिया 27

locationवाराणसीPublished: May 03, 2018 01:44:51 pm

Submitted by:

Devesh Singh

ओएमआर शीट पर कुछ व अंक पत्र पर कुछ नम्बर, २०१९ के चुनाव के लिए हुआ सारा खेल

रिजल्ट घोटाला: जानिए कैसे हुआ नम्बरों का खेल, 2 को 23 च 7 को बना दिया 27

रिजल्ट घोटाला: जानिए कैसे हुआ नम्बरों का खेल, 2 को 23 च 7 को बना दिया 27

वाराणसी. यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर के परीक्षाफल में हुए खेल को लेकर पत्रिका ने ही बड़ा खुलासा किया है। पत्रिका ने बताया था कि किस तरह परीक्षाफल का प्रतिशत बढ़ाने के लिए फेल छात्रों को पास कर दिया गया है। इसके बाद से बोर्ड परीक्षाफल पर लगातार सवाल उठने लगे हैं। पत्रिका के पास ओएमआर शीट व अंक पत्र की प्रति मौजूद है, जिसको देखने से साफ पता चलता है कि ओएमआर शीट पर कुछ व अंक पत्र पर कुछ नम्बर दिया गया है।
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हाईस्कूल की एक छात्रा को ओएमआर शीट पर साइंस विषय में तीन अंक मिला है जबकि उसके अंक पत्र पर इसी विषय में 23 अंक दिया गया है। इंटर के एक छात्र को ओएमआर शीट पर 3 नम्बर है और अंक पत्र पर उसे 23 कर दिया गया है। यह दो उदाहरण तो बानगी है। पत्रिका के पास ऐसे सैकड़ों रोल नम्बर की सूची है जिनका ओएमआर शीट पर कम व अंक पत्र पर अधिक नम्बर दिये गये हैं। इससे पता चलता है कि रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ाने के लिए ओएमआर शीट में फेल छात्रों को अंक पत्र में पास कर दिया गया है।
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सिर्फ दिये गये अंक के बाद नया नम्बर लिख कर किया गया खेल
ओएमआर शीट में जो नम्बर दिये गये थे उसके आगे नया नम्बर लिख कर सारा खेल किया गया है। ओएमआर शीट पर छात्र या छात्रा को 2 नम्बर मिला है तो अंक पत्र में दो नम्बर के बाद तीन नम्बर लिख कर 23 कर दिया गया है। इससे फेल छात्रों को भी पास होने का मौका मिल गया है। यूपी बोर्ड में हुए खेल के खुलासे के बाद से हड़कंप मचा हुआ है।
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चुनावी खेल या फिर शिक्षा माफिया से हारा यूपी बोर्ड प्रशासन
यूपी बोर्ड के रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ाना चुनावी खेल है या फिर शिक्षा माफिया से आगे यूपी बोर्ड प्रशासन हार गया है। यूपी बोर्ड की व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। यूपी सरकार ने नकल विहिन परीक्षा कराने के लिए सभी केन्द्रों पर सीसीटीवी लगाया था, जिसके उद्देश्य था कि साल भर पढऩे वाले छात्रों को फायदा हो। यूपी बोर्ड में जिस तरह से फेल छात्रों को पास कर दिया गया है उससे शिक्षा की गुणवत्ता तो प्रभावित होगी। साथ ही यूपी बोर्ड के साख पर बड़ा प्रश्रचिह्न लग गया है। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव भले ही ऐसा किसी खेल होने से इंकार कर रही है लेकिन ओएमआर शीट व अंक पत्र के नम्बरों में हेरफेर का जबाव बोर्ड अधिकारियों को देना ही होगा।
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