वाराणसी लोकसभा सीट की गणना VVIP संसदीय क्षेत्रों में की जाती है। और जब देश का प्रधानमंत्री जिस सीट से सांसद हो तो उस लोकसभा क्षेत्र की बात जुदा है। वाराणसी पूर्वांचल के साथ बिहार की कई सीटों का राजनीतिक केंद्र बन गया है।
यदि वाराणसी के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां 2 लाख से ज्यादा कुर्मी मतदाता है। वहीं ब्राह्मण और वैश्य समाज के 2-2 लाख वोटर की संख्या है। 1.5 लाख भूमिहार ,1 लाख यादव और एक लाख के करीब अनुसूचित जातियों के वोटर हैं। इसके साथ ही वाराणसी में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी 2 लाख के करीब हैं।
ब्राह्मण, बनिया और ठाकुर को बीजेपी का परंपरागत वोट माना जाता है। जबकि अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल एस और बीजेपी के बीच गठबंधन है। ऐसे में कुर्मी वोट भी बीजेपी और पीएम मोदी के पक्ष में वोट देंगे। मध्यप्रदेश में यादव सीएम बना के बीजेपी यादव मतदाताओं को भी लगातार साधने का काम कर रही हैं। वाराणसी में राजभर समाज के वोटर की संख्या अच्छी खासी है। और कुछ दिन पहले ही ओम प्रकाश राजभर को यूपी के योगी सरकार मंत्री बनाया गया है।