काशी विश्वनाथ मंदिर में देश व विदेश से भक्त आते हैं। बाबा का दर्शन करने के बाद दान भी करते हैं। मंदिर प्रशासन हुंडी में आयी दान की धनराशि को खोलवा कर उसकी गणना करता है और धनराशि का उपयोग मंदिर की सुविधा वृद्धि व जनकल्याणकारी काम के लिए होता। मंदिर की आय में इजाफा को सीधा फायदा श्रद्धालुओं को ही मिलने वाला है। काशी विश्वनाथ मंदिर में आम दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगती है लेकिन महाशिवरात्रि व सावन के समय अपार भीड़ होती है।
यह भी पढ़े:-महाशिवरात्रि पर सुरक्षा के रहेंगे सख्त बंदोबस्त, काशी विश्वनाथ मंदिर के पास हुई बैरिकेडिंग
यह भी पढ़े:-महाशिवरात्रि पर सुरक्षा के रहेंगे सख्त बंदोबस्त, काशी विश्वनाथ मंदिर के पास हुई बैरिकेडिंग
काशी विश्वनाथ धाम बनने से श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद
पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम पर तेजी से काम चल रहा है। अधिकतम दो साल के अंदर निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा। इसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर का और भव्य रुप लोगों के सामने आयेगा। मंदिर में आधारभूत सुविधाओं की बढ़ोतरी होगी। साथ ही अधिक जगह होने से आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। काशी विश्वनाथ धाम का भव्य निर्माण हो जाने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना वृद्धि होने की उम्मीद है जिसका असर भी चढ़ावे पर भी पड़ेगा।
यह भी पढ़े:-पहली बार सरकार करा रही महाशिवरात्रि महोत्सव, दिये 50 लाख
पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम पर तेजी से काम चल रहा है। अधिकतम दो साल के अंदर निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा। इसके बाद काशी विश्वनाथ मंदिर का और भव्य रुप लोगों के सामने आयेगा। मंदिर में आधारभूत सुविधाओं की बढ़ोतरी होगी। साथ ही अधिक जगह होने से आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। काशी विश्वनाथ धाम का भव्य निर्माण हो जाने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना वृद्धि होने की उम्मीद है जिसका असर भी चढ़ावे पर भी पड़ेगा।
यह भी पढ़े:-पहली बार सरकार करा रही महाशिवरात्रि महोत्सव, दिये 50 लाख