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देव दीपावली के अवसर पर घाटों पर दीयों की छटा और गंगा के किनारों पर जलते दीपक की अलौकिक दृश्यावली लोगों को अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगी। दीपों की माला से सजे घाटों की अद्भुत छवि, अर्धचंद्राकार घाटों की अनूठी छटा और गंगा की सतह पर जलते दीप, एक स्वर्गीय दृश्य की भांति दिखाई देंगे। इसके साथ ही, गंगा पार के रेत पर भी दीप जलाए जाएंगे, जिससे पूरा क्षेत्र रोशनी से जगमग हो उठेगा।गाय के गोबर से बने दीप: प्राकृतिक और पर्यावरण अनुकूल
इस साल का आयोजन खास इसलिए भी होगा क्योंकि लगभग ढाई से तीन लाख दीप गाय के गोबर से बनाए जाएंगे। यह योगी सरकार की एक पर्यावरण-अनुकूल पहल है, जो न केवल प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देती है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण को भी बल देती है। गाय के गोबर से बने दीप काशी के घाटों पर प्रज्ज्वलित होंगे, जिससे प्राकृतिक और पवित्र वातावरण का निर्माण होगा। यह भी पढ़ें
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ग्रीन आतिशबाजी और लेज़र शो: पर्यावरण संरक्षण का संदेश
देव दीपावली के अवसर पर घाटों पर लेज़र शो और ग्रीन आतिशबाजी का भी आयोजन किया जाएगा। लेज़र शो के माध्यम से घाटों पर गंगा अवतरण और शिव महिमा की प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं, ग्रीन आतिशबाजी का शो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा, जो प्रदूषण रहित होगा और इसकी छटा भी अद्भुत होगी। इस अवसर पर काशी के घाटों पर होने वाले इस भव्य आयोजन को देखने के लिए देश और विदेश से सैकड़ों पर्यटक आते हैं।दिव्य आयोजन: लाखों दीपों से सजे काशी के घाट
हर साल की तरह, इस बार भी काशी के 84 घाटों को दीपों से सजाया जाएगा, जिनमें मुख्य रूप से अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट और तुलसी घाट को विशेष रूप से सजाया जाएगा। गंगा पार के रेत पर भी दीप जलाए जाएंगे, जिससे घाटों के पूर्वी क्षेत्र में भी रोशनी की छटा फैलेगी। घाटों की सफाई के साथ-साथ फसाड लाइटिंग और इलेक्ट्रिक लाइट्स से भी घाटों को सजाया जाएगा। यह भी पढ़ें
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देव दीपावली: धर्म, संस्कृति और पर्यटन का संगम
देव दीपावली का यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि यह काशी में पर्यटन को भी बढ़ावा देता है। हर साल इस अनोखे पर्व को देखने के लिए हजारों पर्यटक देश-विदेश से आते हैं। इस आयोजन के दौरान काशी के होटल, गेस्ट हाउस, नावें और क्रूज़ सभी पहले से ही फुल बुक हो जाते हैं। देव दीपावली के इस विशेष अवसर पर काशी का नजारा वास्तव में अद्वितीय होता है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संजोए हुए विश्व भर के लोगों को आकर्षित करता है। यह भी पढ़ें
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.12 लाख दीपों से रोशन होंगे काशी के घाट: इस वर्ष योगी सरकार ने देव दीपावली के अवसर पर 12 लाख दीप जलाने की योजना बनाई है, जिनमें तीन लाख दीप गाय के गोबर से बने होंगे।.गंगा पार रेत पर भी जलेंगे दीप: घाटों के साथ-साथ गंगा पार के रेत पर भी दीप जलाए जाएंगे।
.ग्रीन आतिशबाजी का नजारा: पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए प्रदूषण रहित आतिशबाजी का आयोजन किया जाएगा।
.लेज़र शो: घाटों पर गंगा अवतरण और शिव महिमा की प्रस्तुति लेज़र शो के माध्यम से की जाएगी।