CISF यानी कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के अधिकारियों ने शुक्रवार से कैंपस के LD गेस्ट हाउस में डेरा जमा लिया है। चप्पे-चप्पे का दौरा करना भी शुरू कर दिया है। कैंपस की सुरक्षा को अभेद्द करने के साथ ही पहली बार विश्वविद्यालय में फायर ऑडिट भी किए जाने की तैयारी चल रही है।
BHU अस्पताल, ट्रॉमा सेंटर और विभागों से लेकर पूरे कैंपस के हर एक एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स के सुरक्षा की कमियों को भी प्वाइंट आउट कर रहे हैं। 15 दिन तक कैंपस में गहन निरीक्षण के बाद कुलपति को अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। चुनाव बाद कैंपस में न्यू सिक्योरिटी गाइडलाइन को लागू भी किया जा सकता है।
CISF के सीनियर कमांडेंट नीलेश कुमार की अगुवाई में टीम ने कैंपस का दौरा किया। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने ये पहल IIT-BHU गैंगरेप कांड के बाद जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद की है।
बताया जा रहा है कि बावलिया छात्रों से पढ़ाई का माहौल न बिगड़े, साथ ही छात्राओं और महिला प्रोफेसरों की सुरक्षा मेजर्स पर भी CISF ने गौर किया गया। शनिवार को जंतु विज्ञान विभाग में CISF के अधिकारियों ने विभागाध्यक्ष से बातचीत की।
करीब 2 घंटे तक एक-एक क्लास रूम और लैब को देखा। अल्टरनेटिव एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स को भी चेक किया। विभाग की सुरक्षा के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इसको भी समझा। लेट नाइट कैंपस एक्टिविटीज, एंट्री प्वाइंट्स सिक्योरिटी और ड्यूटी चार्ट पर भी बारीकी से स्टडी की।