सियासी परिदृश्य में बदलाव
पल्लवी पटेल ने हाल ही में सपा से किनारा करते हुए ओवैसी की पार्टी के साथ मिलकर पीडीएम का गठन किया था। उनकी पार्टी ने लोकसभा चुनावों में भी प्रत्याशी उतारे थे। ऐसे समय में जब अनुप्रिया पटेल सरकार के कामकाज पर सवाल उठा रही हैं और केशव प्रसाद मौर्य के बयान सुर्खियां बटोर रहे हैं, पल्लवी की यह मुलाकात कई राजनीतिक मायनों को जन्म दे रही है।मुलाकात के निहितार्थ
पल्लवी पटेल की मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और विश्लेषकों के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ लोग इसे आगामी चुनावों के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम मान रहे हैं, तो कुछ इसे मात्र औपचारिक मुलाकात कह रहे हैं। हालांकि, पल्लवी पटेल और मुख्यमंत्री योगी के बीच क्या बातें हुईं, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह भी पढ़ें
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राजनीतिक समीकरण
इस मुलाकात के बाद राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। क्या पल्लवी पटेल बीजेपी के करीब आ रही हैं, या यह मुलाकात केवल एक औपचारिकता थी, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन, इस मुलाकात ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल जरूर मचा दी है। यह भी पढ़ें