दरअसल पक्की कब्र बनने से लोगों को दफनाने में दिक्कत आ रही थी। इसको देखते हुए शहर के सबसे मुख्य पंचकुइयां कब्रिस्तान कमेटी ने पक्की कब्रें बनवाने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही एडवांस में बुकिंग की भी रोक लगा दी है । कमेटी ने कब्रिस्तान के पोस्टर लगा दिया है जिसमें लिखा है कि कब्रिस्तान में बनी पक्की कब्र को हटाया जाए।
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पंचकुइयां कब्रिस्तान कमेटी ने यह फैसला जिलाधिकारी को भेज दिया है । कमेटी का कहना है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो बाद में कानूनी कारवाई होगी । शव को दफनाने में जगह की कमीकमेटी के सचिव जहीरूद्दीन बाबर का कहना है कि लोग शव को दफनाने के बाद कब्र को पक्का कर देते हैं और उस जगह पर कब्जा हो जाता है। जिससे कि कब्रिस्तान में जमीन की कमी हो रही है । इसी कारण यह फैसला लिया गया है ।
हम आपको बता दें कि पंचकुइयां कब्रिस्तान एशिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है । बताया जाता है कि यहां अंग्रेजी शासन काल में रानी विक्टोरिया के करीबी रहे अब्दुल की कब्र यहीं है। इसके साथ ही कई बड़ी हस्तियां यहां दफन हैं। मुस्लिमों के अधिकांश जनाजें यहीं दफन होते हैं। जहां पर अब शवों को दफनाने के लिए जगह कम पड़ गई है ।
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बिना अनुमति के प्रवेश होगा वर्जितजहीरूद्दीन बाबर का कहना है कि कब्रिस्तान में अब बिना अनुमति के प्रवेश करना वर्जित होगा। इसके साथ ही बिना परिमीशन के कोई कार्यक्रम नहीं होगा और ना ही कब्र के बगल में जमीन की खुदाई की जा सकेगी । अगर किसी को कब्रिस्तान में कोई कार्यक्रम करना होगा तो उसे पहले वक्फ बोर्ड और जिलाधिकारी से अनुमति लेनी होगी ।