33 गांवों की 14,225 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है बीडा को कुल 33 गांवों की 14,225 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है। जमीनों के बैनामों की शुरुआत आठ फरवरी को ग्राम सारमऊ से हुई थी। इसके बाद अंबावाय, राजापुर, बैदोरा, किल्चवारा खुर्द और ढिकौली की जमीनें ली गईं। अब तक इन गांवों की 422 हेक्टेयर जमीन बीडा के नाम दर्ज की जा चुकी है।
अन्य गांवों की जमीनों के बैनामे की भी शुरुआत होगी अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) वरुण कुमार पांडेय ने बताया कि मठ और परासई की जमीनों के बैनामे मंगलवार से शुरू हो चुके हैं। और भी तैयारियां पूरी कर ली गई है। जल्द ही अन्य गांवों की जमीनों के बैनामे की भी शुरुआत होगी।
मुख्य बिंदु - बीडा के लिए मठ और परासई गांवों की जमीनों के बैनामे मंगलवार से शुरू होंगे।
- अब तक छह गांवों की 400 हेक्टेयर से अधिक जमीन बीडा के नाम दर्ज की जा चुकी है।
- बीडा को कुल 33 गांवों की 14,225 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है।
- जमीनों के बैनामे की शुरुआत आठ फरवरी को ग्राम सारमऊ से हुई थी।
- जल्द ही अन्य गांवों की जमीनों के बैनामे की भी शुरुआत होगी।