Lucknow Results 2024: सपा-इंडिया गठबंधन ने UP में रचा इतिहास
लोकसभा चुनाव 2024 में सपा-इंडिया गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन करते हुए 80 में से 43 सीटें जीतीं। इस ऐतिहासिक जीत के साथ सपा-इंडिया गठबंधन ने प्रदेश में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाया है।
UP Lok Sabha election results: लोकसभा चुनाव 2024 में सपा-इंडिया गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में कमाल कर दिखाया। प्रदेश की 80 में से 43 सीटें सपा-इंडिया गठबंधन, 36 सीटें एनडीए, और एक सीट चंद्रशेखर आजाद को नगीना सीट पर मिली है। एनडीए में भाजपा के सहयोगी रालोद को दो और अपना दल एस को एक सीट हासिल हुई है, जबकि भाजपा को कुल 33 सीटें मिलीं। 2019 के चुनाव में भाजपा को अकेले 62 सीटों पर जीत के मुकाबले इस बार 29 सीटों का भारी नुकसान हुआ है। सपा ने 80 में से 37 सीटें जीतकर उप्र की सबसे बड़ी पार्टी का तमगा हासिल किया है।
सपा को इससे पहले 2019 के चुनाव में बसपा के साथ लड़ने पर सिर्फ 5 सीटें मिली थीं। इससे पूर्व, मुलायम सिंह यादव की अगुवाई में सपा को 2009 में 23 और 2004 में सर्वाधिक 35 सीटें मिली थीं। इस बार अखिलेश यादव की अगुवाई में, कांग्रेस के साथ गठबंधन करते हुए, सपा ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए अकेले 37 सीटें हासिल की हैं, जबकि साझीदार कांग्रेस के हिस्से में 6 सीटें आई हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नकद मिलने वाले वादे और 10 किलो राशन की घोषणा ने अपना प्रभाव दिखाया, वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आक्रामक चुनाव प्रचार ने भी जनता को सपा-इंडिया गठबंधन के पक्ष में लामबंद किया। अखिलेश ने चुनावी बांड और अन्य मुद्दों पर भाजपा को घेरा। संविधान और आरक्षण की रक्षा की बात कर पीडीए को साथ खड़ा किया। बसपा के वोट भी ‘इंडिया’ की ओर शिफ्ट हुए, जिससे भाजपा की सीटें काफी कम हो गईं।
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी जीते
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने फतेहपुर सीट से भाजपा की कद्दावर नेता और केन्द्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को हराया। चुनाव के बीच टिकट दिए जाने के बाद पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के कार्यभार से मुक्त कर श्याम लाल पाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज ने भी कौशाम्बी सीट पर जीत दर्ज कराई।
परिवार की सभी 5 सीटों पर मिली जीत
इस बार सपा के 5 यादव प्रत्याशी मुलायम परिवार से थे और सभी ने अपनी सीटों पर जीत हासिल की। विवादों से बचने के लिए सपा प्रमुख ने इस बार परिवार से बाहर के किसी यादव को लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाया। परिवार के पांच सीटों में से कन्नौज से स्वयं अखिलेश यादव, मैनपुरी से डिंपल यादव (पत्नी), आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव (भाई), फिरोजाबाद से अक्षय यादव (राम गोपाल यादव के पुत्र), और बदायूं से आदित्य यादव (शिवपाल यादव के पुत्र) शामिल हैं। डिंपल यादव ने भारी मतों से भाजपा के राज्य मंत्री जयवीर सिंह को 2,21,649 वोटों के अंतर से परास्त किया।