बिरसिंहपुर पाली. औद्योगिक व दर्शनीय नगरी के नाम से विख्यात बिरसिंहपुर पाली का रेल्वे स्टेशन अव्यवस्था और बदहाली का शिकार हो गया है। यहाँ रेल परिसर में साफ सफाई के अभाव के कारण यात्री परेशान होते है वही रेल परिसर में यात्रियों के सुविधा के लिए बना शौचालय बदहाल स्थिति में पहुँच गया है। बताया जाता है कि इन शौचालय में साफ सफाई कभी नही की जाती न ही यहाँ सप्लाई होने वाले पानी की व्यवस्था को सुधारा जाता। बताया गया है कि यात्री यात्रा करने के दौरान यदि शौच के लिए जाना चाहे तो लोगो को यहां परिसर से बाहर होटल व लाज में सहारा लेना पड़ता है। सूत्र बताते है कि रेल परिसर में यात्रियों को सुबिधा देने के लिए अनेको कार्य योजना बनाई जाती है लेकिन धरातल तक पहुँचने के पहले सब अव्यवस्था का शिकार हो जाता है। शायद इन्ही कारणों से यहाँ का शौचालय गन्दगी और जानलेवा दुर्गंध से प्रभावित हो गया है। गौरतलब है कि रेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी समय समय पर रेल परिसर के निरीक्षण के लिए यहाँ आते है लेकिन उनका दौरा महज खानापूर्ति करने वाला होता है। रेल परिसर से यात्रा करने वाले जागरुक लोगो न रेल प्रबन्धन से इस मामले में ठोस पहल करने की मांग की है। लाखों रुपए खर्च के बाद भी नहीं सुधरे हालात उमरिया. स्वच्छ भारत अभियान में लाखों का वारा न्यारा होने के बाद भी नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर नतीजा सिफर ही रहा है यहां कई वार्डों में भारी गंदगी का अंबार लगा हुआ है,वही नालियां बजबजा रही है, बावजूद इसके नगरीय क्षेत्र के जिम्मेदार इस ओर आंखें बंद कर कुंभ करणी नींद में खर्राटे भर रहे हैं। बताया जाता है कि चंदिया स्थित नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत कोई वार्ड ऐसा नहीं है जिसमें नगरीय विभाग स्वच्छता अभियान में बेहतर कार्य को लेकर अपनी मिसाल दे पाएं, अधिकांश वार्डों में हालत बद से बदतर है इसी का नतीजा है कि वार्ड वासियों में कई संक्रामक बीमारियों ने अपने आगोश में लिया हुआ हैजिससे वार्ड वासी परेशान है। स्थानीय लोगों से जब इस बावत पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि आए दिन हम लोग नगर पालिका पहुंचकर वाडो को स्वच्छ कराने अपनी शिकायतें दर्ज कराते हैं बावजूद इसके विभाग कोई पहल नहीं कर रहा है वहीं नगर पालिका में स्वच्छता को लेकर खर्च लेखों जोखों को अगर खंगाला जाए तो लाखों की खरीदी के साथ लाखों रुपए का खर्चा स्वच्छता अभियान को सार्थक बनाने में विभाग किया है और लगातार कर भी रहॉ है, स्वच्छता अभियान के सफल क्रियान्यवन में खर्च हो रहै सरकारी बजट किस ओर विभाग खर्च कर रहा है। यह समझ से परे जान पड़ता है।स्थानीय वार्ड वासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है की नगरीय क्षेत्र की स्वच्छता को लेकर संबंधित अधिकारियों को कड़ाई से निर्देशित किया जाए जिससे नगरीय क्षेत्र में स्वछता को लेकर जरूरी पहल की जाए,साथ ही बजबजाती नालियों एवम बेतरतीब फैले कचरों से तेजी से फैल रही संक्रामक बीमारी से लोगों को बचाया जा सके।