बता दें कि उज्जैन के घट्टिया से पूर्व विधायक रामलाल मालवीय 3 बार के विधायक हैं। इन्हें दिग्विजय सिंह का सबसे करीबी और भरोसेमंद माना जाता रहा है। रामलाल मालवीय के साथ ही 36 से ज्यादा कांग्रेसी नेता भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे और भाजपा की सदस्यता ली। इसके अलावा रिटायर डिप्टी कलेक्टर रूपेश चंद्र सक्सेना ने भी बीजेपी की सदस्यता ले ली है।
रामलाल मालवीय ने एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई है। बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्व विधायक रामलाल मालवीय का कहना है कि वे बीजेपी सरकार के विकास से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं। कांग्रेस पार्टी में किसी नेता से कोई दिक्कत नहीं है।
बोले दिग्विजय मेरे आदर्श, लेकिन उन्हें नहीं बताया कुछ
दिग्विजय के करीबी माने जाने वाले रामलाल मालवीय का कहना है कि उन्होंने दिग्विजय सिंह को पार्टी छोड़ने से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह मेरे लिए हमेशा आदर्श रहेंगे।
बता दें कि मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का मिशन (BJP MP Politics) जारी है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को तोड़कर जीत की रणनीति पर काम कर रही है। इसके तहत अब तक 20 हजार से अधिक नेताओं-कार्यकर्ताओं को पार्टी की सदस्यता दिलवाई जा चुकी है। इसमें करीब 18 हजार लोग कांग्रेस के ही हैं। इस बीच शनिवार 6 अप्रैल 2024 को बीजेपी ने अपने स्थापना दिवस पर प्रदेश स्तर पर कांग्रेस और अन्य दलों के 1 लाख नेताओं और कार्यकर्ताओं को बीजेपी में शामिल करने का दावा किया। इस दावे पर बीजेपी ने प्रदेश में बूथ स्तर पर अपना काम शुरू कर दिया है। किसी भी दल का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले इन नेताओं और कार्यकर्ताओं को एमपी के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के संयोजन वाली भाजपा की न्यू जॉइनिंग टोली में शामिल किया जा रहा है।