कार्तिक मेला 7 दिसंबर से शुरू हो जाएगा। इस बार मेले में 233 दुकानों का आवंटन किया है। शेष 392 दुकानों के लिए 7 तारीख को ही टेंडर खोले जाने हैं। यह मेला सस्ते सामानों के लिए पूरे इलाके में मशहूर है। यहां न केवल सस्ते कपड़े मिलते हैं बल्कि घरेलू सामान भी बाजार की तुलना में काफी कम कीमत में मिल जाते हैं। यही कारण है कि लाखों लोग यहां खरीदारी करने आते हैं। मेले में अभी 17 झूलों को अनुमति दे दी गई है।
मेले में सुरक्षा की बड़ी अनदेखी सामने आई है। इस बार यहां बड़ी संख्या में लोहे के एंगल से दुकानें बना दी गई हैं जबकि इन्हें लकड़ी और फिर टीन लगाई जाना था। लोहे के एंगल से बनी दुकानों में करंट फैलने से बड़े हादसा होने की आशंका जताई जा रही है।
महापौर मुकेश टटवाल व निगमायुक्त रौशनकुमार सिंह ने बताया कि इस बार मेले में बाहरी व्यापारियों पर रोक रहेगी। निगमायुक्त रौशनकुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि यहां बाहरी व्यापारी अपनी दुकान नहीं लगा सकेंगे। इस बीच पुलिस ने कार्तिक मेले में लगने वाले झूलों की सूची मांगी है।
चल रही है तैयारी
मेले के लिए तैयारी तेजी से चल रही है। मेला स्थल पर जमीन समतल नहीं है। मेला परिसर में प्रदर्शन मंच के आसपास कीचड़ जमा है। मेेले में पाइप लाइन का काम चल रहा है।
ये काम अधूरे
— दुकानों को अभी बिजली कनेक्शन नहीं दिए जा सके हैं।
— मेले में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम और उनकी समिति का निर्धारण नहीं हो सका है।
— मेले में सीसीटीवी कैमरे, वॉच टॉवर नहीं लगे।