मध्य प्रदेश में चौथे और अंतिम चरण के लोक सभा चुनाव जारी हैं। इस बीच एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मैंने अपना वोट डाल दिया है। मतदान करके मैं बहुत खुश हूं।’
बता दें कि सीएम डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन लोक सभा सीट के लिए मतदान किया है। अपने गृहनगर उज्जैन में वोटिंग के बाद सीएम ने लोगों से भी ज्यादा से ज्यादा वोटिंग की अपील की है।
सीएम ने किया बड़ा दावा
इस दौरान सीएम मोहन यादव ने ये भी कहा कि मैं बड़ा प्रसन्न हूं कि हमने सकुशल मतदान डाले। उन्होंने दावा किया कि निश्चित रूप से भाजपा भारी बहुमत से जीतेगी और मोदी जी की सरकार बनेगी। वहीं एमपी में सभी 29 लोक सभा सीटों पर भी सीएम ने भाजपा की जीत का दावा किया है।नोटा को लेकर क्या बोले सीएम
इंदौर में नोटा को लेकर सीएम मोहन यादव ने कहा कि नोटा बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है। नोटा किसी भी दृष्टिकोण से लोकतंत्र में उपयुक्त नहीं है। ये भी पढ़ें : 2009 में भाजपा को मिली थी कड़ी टक्कर, इस बार भी स्थिति वैसी ही, सीएम का दावा प्रचंड बहुमत से जीतेगी BJP बता दें कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मालवा-निमाड़ की 8 सीटों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा में सोमवार सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। मैदान में डटे 74 प्रत्याशियों का फैसला 1 करोड़ 63 लाख 70 हजार 675 मतदाता करेंगे।
18007 बूथ पर वोटिंग के साथ ही प्रदेश में चुनावी महापर्व का समापन भी होगा। मतगणना 4 जून को होगी। इस बार गृह क्षेत्र होने के कारण सीएम डॉ. मोहन यादव, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की साख भी दांव पर है।
उज्जैन से सांसद अनिल फिरोजिया, खरगोन से दो बार के सांसद गजेंद्र पटेल और रतलाम से कांग्रेस के आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। सबसे ज्यादा 14 प्रत्याशियों वाला इंदौर कांग्रेसविहीन है। सबसे कम 5 प्रत्याशी खरगोन में हैं।
इनमें से कोई दस्तावेज रखें साथ
फोटोयुक्त पहचान पत्र, वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, दिव्यांग यूनिक आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट, फोटो वाले पेंशन दस्तावेज, बैंक-डाकघर पासबुक, केंद्र-राज्य या कंपनियों से जारी सर्विस पहचान पत्र, सांसद, विधायक को जारी पहचान पत्र, एनपीआर के आरजीआई से जारी स्मार्ट कार्ड, स्वास्थ्य बीमा कार्डइन सीटों पर ऐसे हैं समीकरण
उज्जैन सीट यहां भाजपा से सांसद अनिल फिरोजिया व कांग्रेस से विधायक महेश परमार हैं। उज्जैन सीएम डॉ. मोहन यादव का गृह जिला है, लिहाजा उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। रतलाम सीट यहां से कांग्रेस के आदिवासी नेता विधायक कांतिलाल भूरिया लड़ रहे हैं। वे केंद्रीय मंत्री रहे हैं। उनके सामने भाजपा की अनीता चौहान हैं। अनीता के पति नागर सिंह प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।
इंदौर सीट यहां कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के नाम वापसी व भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा के शंकर लालवानी के सामने मजबूत चुनौती नहीं है। पर कांग्रेस नोटा अभियान से जीत का अंतर बढ़ाना भाजपा के लिए चुनौती है।