Udaipur News : उदयपुर . उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बनने जा रहा लॉयन सफारी न केवल पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बनाया जा रहा है, बल्कि इसे भविष्य में लॉयन के ब्रीडिंग सेंटर के रूप में विकसित किए जाने की योजना है। यहां ब्रीडिंग की शुरुआत जूनागढ़ (गुजरात) से आने वाले नर और मादा लॉयन के पहले जोड़े से होगी। इसके बाद यहां अन्य जगह से आने वाले लॉयन भी इनकी आबादी को बढ़ाएंगे। सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Sajjangarh Biological Park) में जन्तुआलय विकास ट्रस्ट की ओर से 20 हेक्टेयर क्षेत्र में लॉयन सफारी का निर्माण किया जा रहा है। जिस पर ट्रस्ट की ओर से 345 लाख रुपए खर्च होंगे।
इसके होल्डिंग एरिया में 10 केज बनवाए जा रहे हैं। ताकि लॉयन की आबादी बढऩे पर उनके लिए यहां पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो। जन्तु आलय विकास ट्रस्ट के सचिव एवं उपवन संरक्षक देवेंद्र कुमार अग्रवाल के अनुसार सज्जनगढ़ को लॉयन के प्राकृतिक आवास के रूप में विकसित करने की योजना है, ताकि प्रजनन का उपयुक्त वातावरण मिले। भविष्य में जब यहां लॉयन की आबादी बढ़ सकेगी तो इन्हें एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अन्य जन्तुआलय को भी दिया जा सकेगा।
तेजी से चल रहा एनक्लोजर निर्माण का काम
लॉयन सफारी (Lion Safari) में एनक्लॉजर निर्माण का काम तेज गति से चल रहा है। इसका कार्य पूरा होने की मियाद आागमी सितम्बर माह तक है। लेकिन, जिस गति से कार्य चल रहा है, उससे यह कार्य पहले ही पूरा होने की उम्मीद है। इसी साल फरवरी माह में केंद्रीय जन्तुआलय प्राधिकरण ने लॉयन सफारी के लिए जूनागढ़ से दो लॉयन ( नर व मादा का एक जोड़ा) उदयपुर लाने की मंजूरी दी थी।
लॉयन सफारी (Lion Safari) में एनक्लॉजर निर्माण का काम तेज गति से चल रहा है। इसका कार्य पूरा होने की मियाद आागमी सितम्बर माह तक है। लेकिन, जिस गति से कार्य चल रहा है, उससे यह कार्य पहले ही पूरा होने की उम्मीद है। इसी साल फरवरी माह में केंद्रीय जन्तुआलय प्राधिकरण ने लॉयन सफारी के लिए जूनागढ़ से दो लॉयन ( नर व मादा का एक जोड़ा) उदयपुर लाने की मंजूरी दी थी।
टाइगर सफारी की भी योजना
बायोलॉजिकल पार्क (Biological Park) में भविष्य में टाइगर सफारी बनाने की भी योजना है। यहां लॉयन और टाइगर सफारी के लिए करीब छह साल पहले प्रस्ताव केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण को भेजे गए थे। जिन्हें अप्रेल 2023 में मंजूरी मिली थी। इसके तहत 26 हेक्टेयर में टाइगर सफारी प्रस्तावित है। जिसकी अनुमानित लागत 3.8 करोड़ रुपए हैं। लेकिन विभाग लॉयन सफारी के लिए प्राथमिकता से कार्य कर रहा है। टाइगर सफारी के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
बायोलॉजिकल पार्क (Biological Park) में भविष्य में टाइगर सफारी बनाने की भी योजना है। यहां लॉयन और टाइगर सफारी के लिए करीब छह साल पहले प्रस्ताव केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण को भेजे गए थे। जिन्हें अप्रेल 2023 में मंजूरी मिली थी। इसके तहत 26 हेक्टेयर में टाइगर सफारी प्रस्तावित है। जिसकी अनुमानित लागत 3.8 करोड़ रुपए हैं। लेकिन विभाग लॉयन सफारी के लिए प्राथमिकता से कार्य कर रहा है। टाइगर सफारी के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।