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उदयपुर

जानिए, कैसे बदलने वाली है रेलवे स्टेशनों की पहचान

वोकल फॉर लोकल: रेलवे ने तैयार की एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना, अजमेर मंडल के 79 स्टेशनों पर मिलेंगे लोकल उत्पाद
 

उदयपुरMay 29, 2022 / 12:17 pm

Pankaj

जानिए, कैसे बदलने वाली है रेलवे स्टेशनों की पहचान

रेलवे में नवाचार के तहत तस्वीर बदलने वाली है। देशभर में रेलवे स्टेशनों की पहचान बदलने वाली है। रेलवे की ओर से केंद्र सरकार के वोकल फॉर लोकल विजन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय उत्पादकों को बाजार उपलब्ध करवाने की योजना तैयार की है। ऐसे में जहां रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री होगी, वहीं रेलवे स्टेशन भी विशेष उत्पाद से जाने जाएंगे।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विवेक रावत ने बताया कि अजमेर मंडल के 79 स्टेशनों पर 15-15 दिनों के लिए लोकल उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल, कियोस्क का आवंटन किया जाएगा। एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत प्रत्येक स्टॉल पर संबंधित स्टेशन के लोकल उत्पाद उपलब्ध होंगे। डीआरएम नवीन कुमार परसुरामका के आदेश पर रेल प्रशासन की ओर से इसकी तैयारी कर ली गई है। इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं। एक स्थायी समिति प्राप्त आवेदनों की जांच करेगी। इच्छित लाभार्थियों के नामों की सिफारिश वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को अनुमोदन के लिए करेगी। इसके बाद स्टॉल आवंटन किया जाएगा। इसके लिए स्टेशनों पर स्टॉल लगाने को लेकर आवेदन डालना होगा। अंतिम तिथि 13 जून दोपहर 3 बजे तक निर्धारित की गई है।
उदयपुर क्षेत्र में यह मिलेगा

उदयपुर सिटी स्टेशन पर लकड़ी हस्तशिल्प, लकड़ी के खिलौने, राणाप्रताप नगर स्टेशन पर हस्तशिल्प उत्पाद, खेमली व मावली जंक्शन पर स्थानीय दूध उत्पाद, कपासन व पांडोली में नमकीन, फतहनगर में मूंगफली का तेल, भूपालसागर में आकोला प्रिंट्स, चारभुजा रोड स्टेशन पर जनजातीय चित्रकला, देबारी में स्थानीय पापड़ चिप्स, गंगरार में चमड़े की जूती, घोसुंडा में जलेबी-मिठाई, कामलीघाट में कचौरी, नाथद्वारा में प्राचीन वस्तुएं और पेंटिंग उपलब्ध कराई जाएगी।

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