उदयपुर. ऐसे बच्चे जो कम देख पाते हैं या उनकी दृष्टि बेहद कम है, उन्हें लैपटॉप या मोबाइल में अपलोड ई पब माध्यम से आधुनिकतम पढ़ाई का मौका मिलेगा। सरकार के साथ हुए एमओयू के तहत अन्तरराष्ट्रीय संस्था साइट सेवर व एससीएल फाउण्डेशन के सहयोग से इन बच्चों को लैपटॉप व मोबाइल दिए जाएंगे।
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आईसीटी को जोडऩे की पहल इन्फोर्मेशन एण्ड कम्यूनिकेशन तकनीकी से जोडऩे के लिए ये शुरुआत की जा रही है। इसमें उदयपुर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले 5 दृष्टि बाधित बच्चों को लैपटॉप व 70 दृष्टि बाधित बच्चों को मोबाइल देकर इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। राजस्थान के स्कूल शिखा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में दृष्टि बाधित बालक-बालिकाओं को आईसीटी आधारित शिक्षा के माध्यम से उनका क्षमता संवद्र्धन किया जाएगा। लैपटॉप व मोबाइल देने के बाद इन बच्चों को दो चरणों में प्रशिक्षित किया जाएगा। पहला बैच 13 फरवरी से और दूसरा बैच 25 फरवरी से शुरू करेंगे। पहले बैच में 30 और दूसरे बैच में 40 बच्चों को प्रशिक्षण देंगे।
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आईसीटी को जोडऩे की पहल इन्फोर्मेशन एण्ड कम्यूनिकेशन तकनीकी से जोडऩे के लिए ये शुरुआत की जा रही है। इसमें उदयपुर के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले 5 दृष्टि बाधित बच्चों को लैपटॉप व 70 दृष्टि बाधित बच्चों को मोबाइल देकर इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। राजस्थान के स्कूल शिखा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में दृष्टि बाधित बालक-बालिकाओं को आईसीटी आधारित शिक्षा के माध्यम से उनका क्षमता संवद्र्धन किया जाएगा। लैपटॉप व मोबाइल देने के बाद इन बच्चों को दो चरणों में प्रशिक्षित किया जाएगा। पहला बैच 13 फरवरी से और दूसरा बैच 25 फरवरी से शुरू करेंगे। पहले बैच में 30 और दूसरे बैच में 40 बच्चों को प्रशिक्षण देंगे।
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ये है सिस्टम:
ये बच्चे टेक्स बुक पाठ्यक्रम को आईसीटी इन्टरनेट के माध्यम से पढ़ सकेंगे। ई पब के माध्यम से पढ़ सकेंगे। जिसकी आंखें बेहद कमजोर है, वे इसमें सुनकर पूरी तैयारी कर सकेंगे। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को दिए जाने वाले मोबाइल की स्क्रीन तो होगी, लेकिन वह केवल पढ़ाई या उनके सॉफ्टवेयर्स के लिए तैयार की गई है। पांचवीं से आठवीं तक के बच्चे केवल अपनी अंंगुलियों के जरिए ये पढ़ाई कर पाएंगे। टॉक बेक से ही काम होगा
ये बच्चे टेक्स बुक पाठ्यक्रम को आईसीटी इन्टरनेट के माध्यम से पढ़ सकेंगे। ई पब के माध्यम से पढ़ सकेंगे। जिसकी आंखें बेहद कमजोर है, वे इसमें सुनकर पूरी तैयारी कर सकेंगे। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को दिए जाने वाले मोबाइल की स्क्रीन तो होगी, लेकिन वह केवल पढ़ाई या उनके सॉफ्टवेयर्स के लिए तैयार की गई है। पांचवीं से आठवीं तक के बच्चे केवल अपनी अंंगुलियों के जरिए ये पढ़ाई कर पाएंगे। टॉक बेक से ही काम होगा
वितरण करेंगे मोबाइल व लैपटॉप
साइट सेवर संस्था का सरकार के साथ एमओयू है। ब्लाइंट व लॉ विजन के बच्चों के लिए काम कर रहे है। गुरुवार को आयोजन कर बच्चों को मोबाइल व लैपटॉप वितरण करेंगे। इसका उद्देश्य है कि विशेष बच्चों को तकनीक के इस माध्यम से बेहतर तरीके से शिक्षा से जोड़ा जा सके।
साइट सेवर संस्था का सरकार के साथ एमओयू है। ब्लाइंट व लॉ विजन के बच्चों के लिए काम कर रहे है। गुरुवार को आयोजन कर बच्चों को मोबाइल व लैपटॉप वितरण करेंगे। इसका उद्देश्य है कि विशेष बच्चों को तकनीक के इस माध्यम से बेहतर तरीके से शिक्षा से जोड़ा जा सके।
मुरलीधर चौबीसा, सहायक जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान उदयपुर