इधर, अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर 48 होमगार्डों की नियुक्ति की है, उनके आने तक पुलिस गश्त करेगी। पुलिस ने भी मामले दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को धरदबोचा। उदयपुर रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक निनामा ने बताया कि रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग में कार्यरत जूनियर रेजिडेंट डॉ. भूरसिंह मीणा रात तीन बजे एसएसबी बिल्डिंग से हॉस्टल जा रहे थे। बिल्डिग गेट पर ही दो नशेड़ी गार्ड से उलझ रहे थे, वे बाहर निकले तभी एक युवक ने रेजिडेंट को टी-शर्ट पकड़ते हुए अभद्रता की।
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बोलचाल के दौरान उसने रेजिडेंट के दो थप्पड़ जड़ दिए। बाद में वह उसे एक तरफ ले जाकर हाथ पांव जोडने पर छोड़ने के लिए अड़ा रहा। रेजिडेंट ने स्वयं का परिचय देने के साथ ही सम्पूर्ण घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद होने की जानकारी दी तब भी नहीं माना। बोलचाल व बहस के बाद जैसे तैसे रेजिडेंट स्वयं को छुड़वाकर अध्यक्ष निनामा को सूचना दी। निनामा ने तड़के ही आरएनटी प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर बताया। निनामा का कहना है कि वह घटना के बाद एसएसबी गेट पर पहुंचे तो वहां पर गार्ड व आरोपी युवक भाग छूटे थे। उन्होंने अस्पताल के बाहर जाकर पेट्रोलिंग कर रहे दो पुलिस जवानों को घटनाक्रम की जानकारी दी। अधिकारियों को सूचित करने के बाद जाब्ता मौके पर पहुंचा। उपाधीक्षक (पश्चिम) कैलाश खटीक व सीआई आदर्श कुमार ने सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपियों की पहचान की। दोपहर को दोनों को पकड़ लिया।
आरोपियों को सराड़ा मार्ग से पकड़ा
वारदात के बाद पुलिस ने आरएनटी प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। एसपी योगेश गोयल के निर्देशन में एएसपी उमेश ओझा, उपाधीक्षक कैलाश खटीक के नेतृत्व में टीम ने सीसीटीवी फुटेज में आरोपियों की पहचान के बाद अलग-अलग जगह दबिश दी। पुलिस ने दोनों आरोपी डूंगला (चित्तौडगढ़) निवासी लोकेश कुमार और नठारा सराड़ा निवासी सुरेश मीणा को सराड़ा मार्ग से गिरफ्तार किया। रेजिडेंट की ओर से विरोध प्रदर्शन व हड़ताल पर उतरने की घोषणा पर एक बार व्यवस्था बिगड़ी। मरीज चिकित्सकों का इंतजार करते नजर आए।