एसओजी की एएसपी स्वाति शर्मा ने बताया कि मामले में सुभाषनगर निवासी राजेन्द्र धाकड़ को गिरफ्तार किया। धाकड़ ने पूर्व में गिरफ्तार आरोपी किशन गमेती से मुख्तियारनामा लेकर भूखंड अनिल कचौरियों को 50 लाख में बेचा था। इससे पहले एसओजी पुरोहितों की मादड़ी यूआइटी कॉलोनी निवासी दीपक पुत्र हरिसिंह चौहान ,कलोल पंचमहल गुजरात हाल अबामाता निवासी राकेश पुत्र रायजी सोलंकी व किशन गमेती को गिरफ्तार किया था। पूछताछ कर विक्रम ताकडयि़ा, नितीन कोठारी, विपीन कोठारी और एक निगम के बाबू को नामजद किया है। आरोपियों ने यूडीए से हस्तांतरित हुए भूखंड के फर्जी दस्तावेज बनाकर खुद ही सील, साइन लगा दिए थे। पूरे खेल में गिरफ्तार आरोपी राकेश सोलंकी ने डमी व्यक्ति के रूप में गुजरातियों को खड़ाकर पावर ऑफ अटॉर्नी राजेन्द्र धाकड़ के नाम करवाई और अन्य आरोपियों के साथ मिलकर भूखंडों का बेचान कर दिया। सोलंकी गुजरात में वार्ड पंच भी रहा है, यहां उसने नगर निगम और अन्य सरकारी विभागों में खूब आरटीआई लगाकर परेशान किया था।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने यूआइटी से निगम को हस्तांतरित हुई कॉलोनियों में खाली भूखंडों के खुद.र्बुर्द करने संबंधी खबरें प्रकाशित की थी। सहवृत पार्षद अजय पोरवाल ने इसे निगम बोर्ड में उछाला था। उसके बाद सूरजपोल, हिरणमगरी और सविना थाने में अलग.अलग मामले दर्ज हुए थे। शहर विधायक ताराचंद जैन ने उसे विधानसभा में उठाते हुए जांच की मांग की थी। राज्य सरकार के आदेश के बाद एसओजी ने जांच में तेजी लाते हुए गिरफ्तारियां की। अभी एसओजी ने महज 546 नम्बर के एक भूखंड में आरोपियों की गिरफ्तारी की है। अब नए भूखंडों की जांच की फाइलों में एसओजी ने कई और आरोपियों की गिरफ्तारियां करेगी।