नगर निगम आयुक्त ने बताया कि दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अन्तर्गत नगर निगम उदयपुर द्वारा 7 स्थाई आश्रय स्थल का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान मे शीतलहर को मध्यनजर रखते हुए नगर निगम द्वारा रात्रिकालीन गश्त प्रारंभ की गई है, जिससे खुले में सोने वाले बेघरों को आश्रय स्थल पहुंचाया जा सके। इसके लिए निगम के सभी अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए गए हैं। इसी के साथ आश्रय स्थल संचालन करने वाली संस्थाओं को भी अपने आश्रय स्थल के 3 किलोमीटर क्षेत्र में रात्रि को सडक़ पर सोने वाले व्यक्तियों को वहां से उठाकर आश्रय स्थल तक पहुंचाने के निर्देश भी दिए हैं।
सात आश्रय स्थल संचालित है निगम की ओर से
शहर में निर्धन, गरीब, बेसहारा व आश्रयविहीन तथा यात्रियों के लिए नगर निगम द्वारा 7 स्थलों पर आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे हैं। वर्तमान में शीतऋतु भी प्रारम्भ हो चुकी है। रात्रि में कोई भी बेसहारा व आश्रयविहीन व्यक्ति आम रास्तों, फुटपाथ तथा खुले स्थानों पर रात्रि विश्राम नहीं करे, इसके लिए इन्हें इन आश्रय स्थलो में स्थानान्तरित करने का कार्य आरंभ किया गया है, ताकि शीतऋतु से किसी प्रकार की जनहानि ना हों। शहर के चेतक सर्कल पर दो, उदियापोल सेक्टर ऑफिस, प्रतापनगर, मल्लातलाई ,आवरी माता कच्ची बस्ती, गोवर्धन विलास पर वर्तमान में आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे है।
प्रभारी अधिकारी करेंगे रात्रि गश्त और आश्रय स्थलों की आकस्मिक जांच
आयुक्त ने आश्रय स्थल संचालकों को अपने आसपास के क्षेत्र में कोई व्यक्ति या बेसहारा सडक़ पर सोते हुए पाए जाने पर उन्हें वहां से आश्रय स्थल तक पहुंचाने के निर्देश दिए। निगम के सभी अधिकारियों को भी सप्ताह में एक बार आकस्मिक जांच कर सडक़ पर सोए हुए बेसहारा को आश्रय स्थल तक पहुंचाने की निर्देश दिए गए हैं।