वायरल हुआ सयाली का पुराना वीडियो
इंडियन आइडल के 12वें सीजन में प्रतियोगी सयाली काम्बले की जो गरीबी वाली कहानी बताई गई, उससे उलट लोगों को सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियोज मिले हैं, जिनमें वह प्रोफेशनल सिंगर की तरह स्टेज पर प्रस्तुति देती देखीं गईं। लोगों को ये बात चौंका गई कि उनकी प्रस्तुति किसी अनजान सिंगर के साथ नहीं बल्कि पॉपुलर सिंगर सुरेश वाडकर के साथ थी। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में सयाली को देख कोई नहीं कह सकता कि वह बेहाली में जी रही होंगी। शो में आने से पहले उनके घर में टीवी तक नहीं था। सयाली की ये कहानी सामने आने पर लोग खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर ये लोग पहले से प्रोफेशनली सिंगिंग करते हैं, तो इनके ऑडिशन का दौर ही क्यों रखा जाता है और इनके सामने उभरते सिंगर कैसे टिक पाएंगे?
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सवाई भाट के वीडियो भी आए थे सामने
‘इंडियन आइडल’ में राजस्थान के नागौर के प्रतियोगी सवाई भाट की भी गरीबी दिखाने वाली कहानी बताई गई थी। शो में दिखाया गया कि सवाई भाट का परिवार इतनी बेहाली में जीता है कि उन्हें कठपुतलियों का खेल दिखाकर लोगों से पैसे मांगने पड़ते हैं। सवाई की कहानी इंडियन आइडल में इस तरह दिखाई गई कि यहां आने से पहले वह किस तरह गरीबी से संघर्ष कर रहा था। हालांकि सोशल मीडिया पर पहले से सवाई के कई ऐसे वीडियोज मौजूद हैं, जहां वह बड़ी भीड़ के सामने स्टेज पर प्रोफेशन सिंगिंग करते देखे जा सकते हैं। ये वीडियोज देख लोगों का कहना है कि जो सिंगर कई साल से बड़े कार्यक्रमों में बतौर प्रोफेशनल सिंगर गा रहा है, वह इतना गरीब कैसे हो सकता है।
पवनदीप राजन 2015 में जीत चुके हैं रियलिटी शो
‘इंडियन आइडल’ में प्रतियोगी पवनदीप राजन को लेकर भी यह दिखाने की कोशिश की गई कि वह अनजान शख्सियत है और उसके गांव के लोग उसकी प्रस्तुति देखने के लिए और उसके आगे बढ़ने को लेकर बेताब हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों ने पवनदीप के वे वीडियोज देखे, जिसमें वह पहले से प्रोफेशनल सिंगर की तरह काम करता नजर आया। पवनदीप ने 2015 में सिंगिंग रियलिटी शो ‘ द वॉयस आफ इंडिया’ जीता था। इसमें उन्हें बतौर इनाम 50 लाख रुपए और मारुति आल्टो कार मिली थी। इस शो से मिली लोकप्रियता के बाद पवनदीप क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों में संगीतकार के रूप में गाने दे चुका है।
इंडियन आइडल 12 Pawandeep Rajan नहीं हैं नया नाम, जीत चुके हैं ये सिंगिंग शो और 50 लाख रूपए
लोगों की है ये मांग
लोगों का कहना है कि उन्हें प्रतियोगियों के प्रोफेशनल सिंगर्स होने से कोई प्रॉब्लम नहीं है, लेकिन शो में उनकी गरीबी का एंगल दिखाने की जरूरत नहीं है जबकि वे पहले से सैटल हैं। अगर उनकी गायिकी को लेकर ही बात की जाए,तो ठीक है। साथ ही ऐसे सिंगर्स के ऑडिशन राउंड भी नहीं रखे जाने चाहिए। क्योंकि उनके आने से उन सिंगर्स को मौका नहीं मिलता, जो सिंगिंग में अपना नाम बनाना चाहते हैं।