सभी लोग रोहन का नाम सुनकर पंडाल के बाहर आ जाते हैं
अनुज समर को फोन करके बताता है कि रोहन आया हुआ है। यह बात सुनते ही पूरा शाह परिवार पंडाल के बाहर आ जाता है । वनराज रोहन को मारने वाला रहता है। इतने में अनुज उसे कहता है कि रोहन कुछ कहने वाला है एक बार उसकी बात सब सुन ले।
अनुज समर को फोन करके बताता है कि रोहन आया हुआ है। यह बात सुनते ही पूरा शाह परिवार पंडाल के बाहर आ जाता है । वनराज रोहन को मारने वाला रहता है। इतने में अनुज उसे कहता है कि रोहन कुछ कहने वाला है एक बार उसकी बात सब सुन ले।
रोहन मांगता समर और नंदिनी से माफी
रोहन समर और नंदिनी से माफी मांगता है। और सबके सामने नंदनी की सारी फोटो अपने फोन से डिलीट कर देता है। और कहता है कि आगे से वह नंदिनी की लाइफ में कभी इंटरफेयर नहीं करेगा। रोहन अनूपमा से भी माफी मांगता है ।और बताता है कि वह समर का बदला अनूपमा से लेने वाला था ।पर इतने में अनुज ने आकर उसे रोक लिया।
रोहन समर और नंदिनी से माफी मांगता है। और सबके सामने नंदनी की सारी फोटो अपने फोन से डिलीट कर देता है। और कहता है कि आगे से वह नंदिनी की लाइफ में कभी इंटरफेयर नहीं करेगा। रोहन अनूपमा से भी माफी मांगता है ।और बताता है कि वह समर का बदला अनूपमा से लेने वाला था ।पर इतने में अनुज ने आकर उसे रोक लिया।
बा कहती है अनुज को पूजा पंडाल से बाहर जाने
बा अनुज को थैंक्यू कहती है। पर उसके बाद उससे कहती है कि यह उनका घर नहीं है । मोहल्ले का पंडाल है यहां सब बातें बनाएंगे तो इसलिए अभी तुम यहां से चले जाओ। अनुज चुपचाप सबको धन्यवाद करके वहां से चला जाता है।
बा अनुज को थैंक्यू कहती है। पर उसके बाद उससे कहती है कि यह उनका घर नहीं है । मोहल्ले का पंडाल है यहां सब बातें बनाएंगे तो इसलिए अभी तुम यहां से चले जाओ। अनुज चुपचाप सबको धन्यवाद करके वहां से चला जाता है।
देविका के कहने पर अनुपमा अनुज को वापस ले आती है
देविका अनूपमा को कहती है कि तू कैसी दोस्त है तेरे सामने अनुज कितनी बेइज्जती हुई पर तू ने कुछ नहीं कहा । वह हमेशा तुम लोगों का भला करता है । प्लीज तुम लोग उसके साथ इंसान जैसा भी है तो करो ।
देविका अनूपमा को कहती है कि तू कैसी दोस्त है तेरे सामने अनुज कितनी बेइज्जती हुई पर तू ने कुछ नहीं कहा । वह हमेशा तुम लोगों का भला करता है । प्लीज तुम लोग उसके साथ इंसान जैसा भी है तो करो ।
Precap —अनूपमा लाती है अनुज को डांडिया कंपटीशन में अनूपमा अनुज को कहती है की जोड़ी तो किसी की भी हो सकती है दोस्तों की भी हो सकती है इसलिए वह चाहती है कि अनुज उसके साथ डांडिया कंपटीशन में पार्टिसिपेट करें ऐसा कहकर अनूपमा अनुज को पंडाल में वापस ले आती है और उसके साथ डांडिया में पार्टिसिपेट करती है