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मजदूरों ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन: आरोपियों पर कार्रवाई की मांग, मिट्टी खननकर्ताओं पर नहीं हुई कार्रवाई

शहर के समीप डाइट रोड पर सरकारी भूमि से अवैध रूप से मिट्टी खनन कर ईंट भट्टा संचालित करने के मामले में कार्रवाई नहीं होने पर क्षेत्र के ग्रामीणों और मजदूरों का गुस्सा फूट गया। वे लोग रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया।

टोंकDec 11, 2023 / 07:06 pm

jalaluddin khan

मजदूरों ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन: आरोपियों पर कार्रवाई की मांग, मिट्टी खननकर्ताओं पर नहीं हुई कार्रवाई

मजदूरों ने कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन: आरोपियों पर कार्रवाई की मांग, मिट्टी खननकर्ताओं पर नहीं हुई कार्रवाई
शहर के समीप डाइट रोड पर सरकारी भूमि से अवैध रूप से मिट्टी खनन कर ईंट भट्टा संचालित करने के मामले में कार्रवाई नहीं होने पर क्षेत्र के ग्रामीणों और मजदूरों का गुस्सा फूट गया। वे लोग रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया।
रैली का नेतृत्व कर रहे सरपंच संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष हंसराज फागणा व अहसान बाबा ने आरोप लगाया कि अवैध खनन व परिवहन के बावजूद ना तो पुलिस कार्रवाई कर रही है ना ही खनिज विभाग इस ओर ध्यान दे रहा है।
जबकि ईंट भट्टा में कार्यरत लोग ग्रामीणों व विरोध करने वाले मजदूरों के साथ आए दिन मारपीट कर रहे हैं। सदर थाने में दी गई रिपोर्ट के बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर वे लोग सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंच गए। जहां प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
इसमें उचित कार्रवाई का आश्वासन मिला है। ज्ञापन में बताया कि डाइड रोड पर लहन के मुख्य रोड स्थित 20 बीघा भूमि पर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है। यह मिट्टी ईंट भट्टों को दी जा रही है। दूसरी तरफ उक्त क्षेत्र के ग्रामीण ईंट भट्टों में श्रमिक है।

जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें कार्य से निकाल दिया मारपीट कर दी। इसकी रिपोर्ट दी। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। ज्ञापन में आरोप लगाया कि सरकारी भूमि पर खनन कर खाइयां कर दी गई है।
इससे भविष्य में बड़ा नुकसान होगा। जबकि जिले में बनास नदी के अलावा कहीं भी मिट्टी खनन की लीज नहीं है। इसके बावजूद खनन किया जा रहा है। ज्ञापन देने वालों में आशाराम मीणा, सूरज गुर्जर, कैलाश मीणा, धन्ना मीणा, सांवरा, रामफूल, हेमराज आदि शामिल थे।

विभाग को देना होगा ध्यान


पुलिस भले ही अवैध खनन और परिवहन पर कार्रवाई का दावा करती हो। लेकिन बजरी के अलावा अन्य खनन पर नियंत्रण नहीं है। लोगों का कहना है कि चराई रोड पर देवपुरा समेत अन्य गांवों में बालू मिट्टी का अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है।
इसकी शिकायत पुलिस और खनिज विभाग को भी दी जाती है। लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती। जबकि जिले में मिट्टी खनन से जुड़ी एक भी लीज नहीं है। इसके बावजूद पुलिस और खनिज विभाग गम्भीर नहीं है।

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