केवाईसी ऐप: नो योर कंडिडेट ऐप यानी केवाईसी ऐप की मदद से मतदाता अपने उम्मीदवार की सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है। उम्मीदवार की साक्षरता, प्रॉपर्टी कितनी और उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी प्राप्त कर सकता है। केवाईसी ऐप से मतदाता प्रत्याशी द्वारा अपने नामांकन पत्र में दी गई जानकारी देख सकता है। केवाईसी ऐप द्वारा प्रत्याशी भी अपने नामांकन और चुनाव प्रचार से जुड़ी अनुमति की स्थिति हर समय जान सकते है।
सी-विजिल ऐप विधानसभा आम चुनाव 2023 में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बनाया गया सी-विजिल ऐप शिकायतों के समाधान का बेहतरीन जरिया बनता जा रहा है। सी-विजिल ऐप किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है।
आमजन इस ऐप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना भेज सकता है। रिकॉर्ड 100 मिनट की समय सीमा में अधिकारी शिकायत का निस्तारण करेंगे। इस ऐप में शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जाता है। सी-विजिल ऐप की मदद से मतदान केंद्र पर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति और गड़बडी की सूचना दी जा सकती है। उम्मीदवार अगर किसी को प्रलोभन दे रहा है तो सूचना दी जा सकती है। इसमें वीडियो और ऑडियो की सुविधा भी है।
सुविधा कैंडिडेट यह ऐप उम्मीदवारों की सुविधा के लिए विकसित किया गया है। इसके माध्यम से उम्मीदवार अपने नामांकन और चुनाव प्रचार आदि से जुड़ी आवश्यक अनुमति के लिए आवेदन कर सकते है। सुविधा कैंडिडेट ऐप के माध्यम से आवेदन को ट्रेक कर उसकी रियल टाईम जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
वोटर हेल्पलाइन ऐप (वीएचपी) यह नागरिक केंद्रित मोबाइल ऐप मतदाताओं को कई तरीके की सुविधाएं उपलब्ध कराता है। इसके माध्यम से ई-एपिक कार्ड डाउनलोड, अपने बूथ की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
विशेष योग्यजन के लिए ‘सक्षम’
विशेष योग्यजन नागरिकों की सुविधा के लिए सक्षम ऐप बनाया गया है। इसके माध्यम से दिव्यांग पंजीकरण और संशोधन करा सकते हैं। व्हील चेयर के लिए आवेदनए मतदाता सूची में नाम खोजने, बूथ की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) मतदाता को आवेदन के बाद घर बैठे वोट देने की सुविधा मिलेगी।
विशेष योग्यजन नागरिकों की सुविधा के लिए सक्षम ऐप बनाया गया है। इसके माध्यम से दिव्यांग पंजीकरण और संशोधन करा सकते हैं। व्हील चेयर के लिए आवेदनए मतदाता सूची में नाम खोजने, बूथ की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) मतदाता को आवेदन के बाद घर बैठे वोट देने की सुविधा मिलेगी।