हालांकि बांध के छलकने के लिए अभी 4.75 टीएमसी पानी की आवश्यकता है, लेकिन इस मौजूदा स्थिति से क्षेत्र के किसानों और स्थानीय निवासियों में आशा की किरण जगी है। बांध के जलस्तर में यह वृद्धि लगातार हो रही है, जो आगामी दिनों में इस जलस्रोत के पूर्ण रूप से भरने की संभावना को मजबूत करती है।
त्रिवेणी के गेज में भी 20 सेमी की बढ़ोतरी देखी गई है और यह अब 3.10 मीटर पर चल रहा है। बीते 24 घंटों के दौरान बांध क्षेत्र में 115 एम एम की बारिश दर्ज की गई है, जिससे जलवायु परिस्थितियों में सुधार हुआ है। इस सीजन की अब तक कुल बारिश का आंकड़ा 1063 एम एम तक पहुंच चुका है, जो इस क्षेत्र में खुशहाली का संकेत है।
इन सभी संकेतों के मद्देनजर, बीसलपुर बांध के जलभराव की वर्तमान स्थिति न केवल सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इस क्षेत्र के जलस्रोतों की स्थिरता के लिए भी एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगी। स्थानीय प्रशासन और कृषि विभाग इसे ध्यान में रखते हुए आगे की योजनाओं को तैयार करने में जुटे हुए हैं।