बैठकों में बोतल बंद पानी पर भी रोक
बैठकों में इस्तेमाल होने वाले बोतल बंद पानी पर भी रोक लगा दी है। विभाग का तर्क है कि इससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश जाएगा। प्लास्टिक सामग्री के उपयोग पर भी रोक लगाई गई है। बैठक के बजट और प्रावधानों के तहत ही चाय-नाश्ते की स्वीकृति होगी। अन्यथा बिना चाय नाश्ते के ही काम चलाना पड़ेगा। अधिकारियों को सरकारी गेस्ट हाउस, सर्किट हाउस या राजकीय आवास आदि में ही रुकने को कहा गया है। स्वागत पर एक हजार तक खर्च
स्कूलों में अधिकारी निरीक्षण के लिए आने पर उनके स्वागत के लिए करीब एक हजार रुपए तक खर्च होता है। यदि कोई बड़ा अधिकारी आता है तो खर्च ज्यादा भी पहुंच जाता है। जिला स्तर के अधिकारी को साफा और उपरणा ओढ़ाया जाता है। साथ ही पानी की बोतल और नाश्ते आदि पर भी खर्च होते हैं।