रजनीकांत ने तमिल अभिनेता शिवाजी गणेशन के स्मारक के उद्घाटन समारोह में कहा, ‘अगर आप राजनीति में सफल होना चाहते हैं, तो इसके लिए सिर्फ नाम, पैसा और प्रसिद्धि प्रयाप्त नहीं है। एक अभिनेता को एक राजनेता बनने के लिए कुछ बड़ी चीजों की जरूरत होती है। मैं आशा करता हूं कि कमल हासन को पता होगा कि वह क्या है।’ समारोह में कमल हासन, रजनीकांत के साथ मंच पर मौजूद थे।
उन्होंने कहा, ‘कमल से अगर मैंने दो महीने पहले यह पूछा होता, तो वह मुझे इस बारे में बता देते। आज, वह कह रहे है कि वह मुझे वह चीज दिखएंगे अगर मैं उनके साथ आता हूं।’ इस मौके पर कमल हासन ने शिवाजी गणेशन के स्मारक का उद्घाटन में देरी के लिए अन्नाद्रमुक सरकार को आड़े हाथ लिया।
हासन ने कहा, ‘हमें शिवाजी की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए किसी से अनुरोध करने या किसी से पूछने की जरूरत नहीं है। उनकी लोकप्रियता और उनका प्रभाव सिनेमा और राजनीति से परे है। मैं इस समारोह में भाग लेता ही, चाहे मेरी उपस्थिति का कोई भी विरोध करता।’ तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने स्मारक का उद्घाटन किया।
वर्ष 2015 में, तत्कालीन मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने घोषणा की थी कि 1950 के दशक से तमिल फिल्मों पर राज करने वाले गणेशन की याद में एक स्मारक बनाया जाएगा। दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित शिवाजी गणेशन ने अपने शानदार करियर में 300 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया था।
इस वर्ष की शुरुआत में न्यायालय के निर्देश पर कामाराजार सलाई से हटाई गई अभिनेता की कांस्य की प्रतिमा का इस अवसर पर अनावरण किया गया। गणेशन के पुत्र प्रसिद्ध अभिनेता प्रभु ने बताया, ‘यह स्मारक अम्मा (जयललिता) का सपना था। मैं खुश हूं कि यह सपना सच हो गया है। अप्पा (पिताजी) ने अपनी फिल्मों के जरिए तमिल दर्शकों के लिए काफी कुछ किया था। यह सबसे बड़ा सम्मान है जिसे उन्होंने हासिल किया है।’