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टीकमगढ़

दो सप्ताह की जगह दो से तीन महीने में आ रही खाद्य सामग्री की जांच रिपोर्ट

मिठाई की दुकानों के सैंपल लेते खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम।

टीकमगढ़Jun 12, 2024 / 07:43 pm

akhilesh lodhi

मिठाई की दुकानों के सैंपल लेते खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम।

संभागीय चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला से दुकानों पर जाकर की जा रही सैंपलों की जांच
टीकमगढ़.खाद्य सामग्री में मिलावट होने की बात किसी से छुपी नहीं हैं। खानपान की चीजों में मिलावट के रूप में लोगों को धीमा जहर परोसा जा रहा हैं। जो चीज आप खा रहे हैं, वह शुद्ध हो इसकी कोई गारंटी भी नहीं हंै। त्योहारी सीजन में तो खाद्य पदार्थों में मिलावट का खेल चरम पर होता हंै। पिछले कुछ महीने पहले खाद्य सामग्री के लिए गए नमूने के सैंपलों की रिपोर्ट प्रयोग शाला में भेजी गई थी, लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई हैं। वहीं अब इन दिनों जिले में संभागीय चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा खाद्य पदार्थों का सैंपल लिया जा रहा हैं और तत्काल जांच रिपोर्ट दी जा रही हैं।
बताया गया कि टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले से अब तक २८२ खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए थे। महीनों बाद तीन दर्जन के करीब सैंपल वापस आए जो अमानक पाए गए थे। उन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की गई हैं। वहीं पिछले कुछ महीनेे पहले प्रयोगशाला में भेजे गए सैंपलें की जांच वापस नहीं आई हैं। उनका इंतजार आज भी किया जा रहा हैं। देरी से आने वाली से संबंधित दुकानदारों की समस्याएं कम हो जाती हैं। उपभोक्ताओं ने बताया कि जब विभाग द्वारा जिस दुकान से सैंपल लिए जाते हैं, जब तक उस सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आती हैं, तब तक दुकानदार पूरी मिठाई बेच चुका होता हैं।
दो सप्ताह में रिपोर्ट आने का है नियम
खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा खाद्य सामग्री की शुद्धता जाने के लिए सैंपल प्रयोग शाला में भेजता हैं, लेकिन रिपोर्ट आने में महीने लग जाते हैं, जबकि दो सप्ताह में रिपोर्ट की जांच देने का नियम हैं। खाद्य विभाग दूध, दही, पनीर, मावा, मिठाई के साथ अन्य सामग्री के नमूने ले रहा है। उसकी रिपोर्ट प्रयोग शाला में जांच के लिए भेज रहा हैं, उनकी जांच में औसतन तीन और चार महीने से अधिक समय लग रहा हैं और वह सैंपल छह महीने से सालभर तक बोतल में बंद रखा रहता हैं। इससे सैंपल की वैधता को कोर्ट में चुनौती मिलती है। इस आधार पर जुर्माने घट जाते हैं या आदेश निरस्त कर वापस भेजे।
ब्लॉकों में घूम रही खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला
कलेक्टर अवधेश शर्मा के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शोभाराम रोशन द्वारा संभागीय चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला द्वारा किया गया। इसके तहत अस्पताल चौराहा टीकमगढ़ स्थित आलोक मिष्ठान भंडार, कान्हा स्वीट्स, अग्रवाल स्वीट्स एवं फ ास्टफू ड बाबा होटल, व्हीआईपी स्वीट्स सांईं भोजनालय एवं मां दुर्गा मिष्ठान भंडार से विभिन्न खाद्य पदार्थों जलेबी बूंदी, मावापेडा, कलाकंद, सेव एवं भोजनालय से हल्दी, मिर्ची धनियां, पनीर पदार्थों का प्रारंभिक परीक्षण किया गया। विक्रेताओं को प्रतिष्ठान में साफ -सफ ाई रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं। खाद्य पदार्थों को ढाककर रखने के निर्देशित दिए हैं।
बताया गया कि संभागीय चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला 12 जून को जतारा, 13 जून को निवाड़ी एवं 14 जून को बल्देवगढ़ एवं खरगापुर में भ्रमण करेंगी। मिलावट जांचने के प्राथमिक परीक्षण का प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम किया जाएगा। आम उपभोक्ताओं द्वारा भी खाद्य पदार्थों की शुद्धता की तत्काल प्राथमिक जांच 10 रुपए में कराई जा रही हैं।
फैक्ट फाइल
२८२ टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में कुछ सैंपल
४० सैंपल की जांच महीनों से प्रयोगशाला में पड़ी
३६ खाद्य सामग्री के अमानक पाए गए सैंपल

खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच प्रयोगशाला में भेजे जाते हैं, उसकी जांच वापस १४ दिनों में आनी चाहिए, लेकिन एक जांच दो से तीन महीनों में की जा रही हैं। ३६ नमूने अमानक पाए गए हैं। अभी हाल ही में संभागीय चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला चलाई जा रही हैं। १० रुपए में सैंपलों की जांच करा सकते हैं और १८ जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं।
मनीष कुमार जैन, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी टीकमगढ़/ निवाड़ी।

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