टीकमगढ़. पारंपरिक खेती के बाद अब किसानों ने कम समय वाली फसलों को लगाना शुरू कर दिया है। कम बारिश में यह फसले अच्छा मुनाफा दे देती है और अधिक बारिश में नुकसान कर देती है। यह नुकसान कुछ वर्षों से होता चला जा रहा है। अब इन दिनों की बारिश ने पहले उड़द, फिर सोयाबीन अब मूंगफली को नुकसान पहुंचा दिया है। अधिक खर्च वाले किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
एक सप्ताह पहले बारिश से उड़द और मूंग खराब हो गई थी। अब तीन दिनों की बारिश से सोयाबीन और मूंगफली की फसलों को नुकसान पहुंचने लगा है। दोनों फसलों के खेत पानी से लबालब भरे है। जमीन के अंदर मूंगफली की फलियों ने अंकुर निकाल दिए है। इसके साथ ही सूखे सोयाबीन के खेत में भरे पानी से पेड कमजोर होकर गिरने लगा है। खेतों में भरा पानी कम होने का नाम भी नहीं ले रहा है।
मुनाफे की उम्मीद खत्म
किसान यशवंत सिंह घोष, गजराज सिंह घोष, प्रभान सिंह, गजेंद सिंह, जसवंत सिंह घोष, रानू, सुरज सिंह बुंदेला ने बताया कि इस वर्ष तीन से चार बार खेतों की जुताई, दो से तीन बार कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव किया गया। जो भी खरपतबार हुई उसे समाप्त करने के लिए मजदूर चलाए। उड़द, मूंग, सोयाबीन और मूंगफली की फसल बेहतर तरीके खेत में खड़ी रही। कटाई का समय आया तो बारिश हो गई। बारिश से उड़द, मूंग की फसल तो खराब हो गई। अब सोयाबीन और मूंगफली की फसल खराब होने लगी है।
एक सप्ताह पहले बारिश से उड़द और मूंग खराब हो गई थी। अब तीन दिनों की बारिश से सोयाबीन और मूंगफली की फसलों को नुकसान पहुंचने लगा है। दोनों फसलों के खेत पानी से लबालब भरे है। जमीन के अंदर मूंगफली की फलियों ने अंकुर निकाल दिए है। इसके साथ ही सूखे सोयाबीन के खेत में भरे पानी से पेड कमजोर होकर गिरने लगा है। खेतों में भरा पानी कम होने का नाम भी नहीं ले रहा है।
मुनाफे की उम्मीद खत्म
किसान यशवंत सिंह घोष, गजराज सिंह घोष, प्रभान सिंह, गजेंद सिंह, जसवंत सिंह घोष, रानू, सुरज सिंह बुंदेला ने बताया कि इस वर्ष तीन से चार बार खेतों की जुताई, दो से तीन बार कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव किया गया। जो भी खरपतबार हुई उसे समाप्त करने के लिए मजदूर चलाए। उड़द, मूंग, सोयाबीन और मूंगफली की फसल बेहतर तरीके खेत में खड़ी रही। कटाई का समय आया तो बारिश हो गई। बारिश से उड़द, मूंग की फसल तो खराब हो गई। अब सोयाबीन और मूंगफली की फसल खराब होने लगी है।
खेतों में भरा पानी, खराब हो रही फसल
किसानों ने बताया कि लगातार तीन दिनों की बारिश से खेत भर गए है। खेतों में खड़ी फसलों के पेड़ और उसकी फलियों सड़ कर गिरने लगी है। मूंगफली की फलियां पक कर तैयार हो गई है। उखाडऩे के लिए किसान तैयार बैठा है। खेतों में भरे पानी से फलियों में अंकुर निकलना शुरू कर दिया है। किसानों ने खराब फसलों का सर्वे कराने की मांग प्रशासन से की है।
किसानों ने बताया कि लगातार तीन दिनों की बारिश से खेत भर गए है। खेतों में खड़ी फसलों के पेड़ और उसकी फलियों सड़ कर गिरने लगी है। मूंगफली की फलियां पक कर तैयार हो गई है। उखाडऩे के लिए किसान तैयार बैठा है। खेतों में भरे पानी से फलियों में अंकुर निकलना शुरू कर दिया है। किसानों ने खराब फसलों का सर्वे कराने की मांग प्रशासन से की है।