टीकमगढ़. इन दिनों शहर की सडक़ों की हालत किसी से छुपी नहीं है। जिला अस्पताल से लेकर आंबेडकर, नया बस स्टैंड होते हुए बैकुंठी तक की सडक़ गड्ढों में तब्दील हो गई है। इन सडक़ों पर सबसे बड़े, गहरे और जान लेवा गड्ढे एक दर्जन से अधिक हो गए है। छोटे और बड़ों की संख्या २१२ से अधिक है।
नया बस स्टैंड के आगे बैकुंठी के पास १० फीट चौड़ा और आठ फीट लंबा के साथ डेढ फीट गहरा गड्ढ़ा बन गया है। यही स्थिति लखौरा और गरीब ख्वाजा गली के सामने के साथ आंबेडकर चौक पर भी बनी हुई है। जहां से रफ्तार में निकलना खतरे से कम नहीं है। ऑटो चालक सलीम खान, जाविद खान और अशोक नामदेश, कोमल कुशवाहा ने बताया कि गड्ढो के कारण ऑटो और ई-रिक्सा पर सवारियों ने बैठना बंद कर दिया है। उनका कहना होता है कि ऑटो और ई-रिक्सा पर बैठने से अच्छा पैदल जाना उचित है।
नया बस स्टैंड के आगे बैकुंठी के पास १० फीट चौड़ा और आठ फीट लंबा के साथ डेढ फीट गहरा गड्ढ़ा बन गया है। यही स्थिति लखौरा और गरीब ख्वाजा गली के सामने के साथ आंबेडकर चौक पर भी बनी हुई है। जहां से रफ्तार में निकलना खतरे से कम नहीं है। ऑटो चालक सलीम खान, जाविद खान और अशोक नामदेश, कोमल कुशवाहा ने बताया कि गड्ढो के कारण ऑटो और ई-रिक्सा पर सवारियों ने बैठना बंद कर दिया है। उनका कहना होता है कि ऑटो और ई-रिक्सा पर बैठने से अच्छा पैदल जाना उचित है।
अस्पताल से बैकुंठी तक २१२ से अधिक गड्ढे
जिला अस्पताल से बैकुंठी तक वन साइड के सडक़ के ११७ गड्ढे और बैकुंठी से जिला अस्पताल तक के १०५ गड्ढे मिले। जिसमें छोटो की संख्या दर्ज नहीं है। सबसे बड़े गड्ढे एक दर्जन से अधिक है। जिसमें आम जन गिर कर चौटिल हो सकते है। नया बस स्टैंड से लखौरा रोड तक के गड्ढों का मरम्मत कार्य चल रहा है। लेकिन जिम्मेदारों ने गड्ढे करके कार्य को छोड़ दिया है।
जिला अस्पताल से बैकुंठी तक वन साइड के सडक़ के ११७ गड्ढे और बैकुंठी से जिला अस्पताल तक के १०५ गड्ढे मिले। जिसमें छोटो की संख्या दर्ज नहीं है। सबसे बड़े गड्ढे एक दर्जन से अधिक है। जिसमें आम जन गिर कर चौटिल हो सकते है। नया बस स्टैंड से लखौरा रोड तक के गड्ढों का मरम्मत कार्य चल रहा है। लेकिन जिम्मेदारों ने गड्ढे करके कार्य को छोड़ दिया है।
सडक़ का मटेरियल खोदकर निकाला
मऊचुंगी निवाी पीयूष खरे और लक्ष्मी रजक ने बताया कि शहर की सडक़ें खराब हो गई है। शिकायतों पर सडक़ों का सुधार कार्य किया जा रहा है। सडक़ों का मटेरियल खोदकर मंदिर द्वार और सडक़ किनारे रख दिया है। उनके ढेरों पर सडक़ों पर चलने वाले टकरा कर गिर रहे है।
मऊचुंगी निवाी पीयूष खरे और लक्ष्मी रजक ने बताया कि शहर की सडक़ें खराब हो गई है। शिकायतों पर सडक़ों का सुधार कार्य किया जा रहा है। सडक़ों का मटेरियल खोदकर मंदिर द्वार और सडक़ किनारे रख दिया है। उनके ढेरों पर सडक़ों पर चलने वाले टकरा कर गिर रहे है।
आज तालाब बन गए सडक़ों के गड्ढे
शुक्रवार की दोपहर एक बजे से शुरू हुई बारिश से मौसम ठंडा तो हो गया, मगर शहर की सडक़ ों पर गड्ढे तालाब बन गई। तेज बारिश ने नगरपालिका और जिला प्रशासन के विकास कार्यो पर फि र प्रश्न चिंह लगाने लगे है। गड्ढों में ऑटो, ई-रिक्सा और बाइक जाते ही चालक गिरकर पानी में डूबकी लगा रहे है।
शुक्रवार की दोपहर एक बजे से शुरू हुई बारिश से मौसम ठंडा तो हो गया, मगर शहर की सडक़ ों पर गड्ढे तालाब बन गई। तेज बारिश ने नगरपालिका और जिला प्रशासन के विकास कार्यो पर फि र प्रश्न चिंह लगाने लगे है। गड्ढों में ऑटो, ई-रिक्सा और बाइक जाते ही चालक गिरकर पानी में डूबकी लगा रहे है।