यह हनुमान मंदिर उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के इटावा ( Etawah ) में है। इस मंदिर को पिलुआ महावीर मंदिर ( pilua mahaveer mandir ) के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर इटावा शहर से लगभग 12 किमी दूर एक गांव रूरा में स्थित है। यमुना किनारे स्थित इस हनुमान मंदिर दूर-दूर से हनुमान भक्त पूजा अर्चना करने आते हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस मंदिर में ध्यानमग्न होकर बैठने पर हनुमानजी की सांसों की आवाज सुनाई देती है। साथ ही राम नाम की ध्वनी भी निकलती है।
ये भी पढ़ें: यहां है दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर, ढलता सूरज करता है प्रणाम इस मंदिर में भगवान महावीर की मूर्ति लेटी हुई अवस्था में है और इनका मुख दक्षिण दिशा की ओर है। स्थानीय लोग बताते हैं कि यहां हनुमानजी के मुख पर लड्डू और बूंदी का भोग उनके मुख पर पर कुछ देर में ही वह पूरी तरह गायब हो जाता है। आज तक ये पता नहीं चल पाया कि वह प्रसाद कहां गायब हो जाता है।
ये भी पढ़ें: यहां मां गंगे खुद करती हैं शिव जी का जलाभिषेक यहां आनेवाले भक्तों का कहना है कि पिलुआ महावीर मंदिर में सच्चे मन और साफ नीयत से मांगी गई हर मुराद पूरी हो जाती है। साथ ही हनुमानजी खुद को यहां उपस्थित होने का अहसास भी कराते हैं। यही कारण है कि पिलुआ महावीर मंदिर में भगवान हनुमान को दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं और मनोकामना की मांग करते हैं।