पत्रिका टीवी से बात करते हुए महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित महेश ने बताया कि हमलोगों को उमा भारती से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि मंदिर प्रबंधन ने जो नियम बनाए हैं, उसका पालन सबको करना होगा। पंडित महेश ने बताया कि मंदिर प्रबंधन ने नियम सबके लिए बनाया है। उन्होंने कहा कि आम भक्त हो या खास, सबके लिए एक ही नियम है।
ये भी पढ़ें- उमा भारती के पहनावे को लेकर महाकाल मंदिर में मचा बवाल, जानें गर्भगृह में पूजा करने का क्या है ड्रेस कोड पुजारी महेश के अनुसार, साधु-संतों के लिए भी नियम एक ही है। मंदिर के गर्भगृह में पूजा करने के लिए जो भी भक्त यहां आते हैं, उन्हें यहां के नियम का पालन करना होगा। पंडित महेश ने बताया कि मंदिर के गर्भगृह में अभिषेक के लिए मंदिर प्रबंधन ने कुछ नियम बनाए हैं, उसका पालन हर हाल में सबको करना होगा।
पुजारी महेश ने कहा कि मंदिर समिति का महिलाओं के लिए ड्रेस कोड साड़ी है और यह साध्वियों पर भी लागू होता है। पंडित महेश पुजारी का कहना है कि ना सिर्फ साध्वी उमा भारती बल्कि मंदिर में आने वाली सभी साध्वियों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए। पुजारी महेश ने कहा कि जब मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश बंद होता है तब भी अगर अंदर जाकर दर्शन करना हो तो महिलाएं गर्भगृह में सिर्फ साड़ी पहनकर ही प्रवेश कर सकती हैं। वहीं, पुरुष धोती पहनकर प्रवेश कर पाते हैं।
क्या है गर्भगृह में अभिषेक करने का ड्रेस कोड पंडित महेश ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजा और अभिषेक के लिए कुछ नियम है और इसके लिए ड्रेस कोड बनाये गए हैं। पुजारी महेश के अनुसार, महिला श्रद्धालु के लिए साड़ी और पुरुष के लिए धोती पहनना अनिवार्य है। यह ड्रेस कोड सब पर लागू होता है।
क्या कही थीं उमा भारती महाकालेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें मंदिर प्रबंधन द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड पर कोई आपत्ति नहीं हैं। आगे उन्होंने कहा कि वे जब अगली बार मंदिर में दर्शन करने आएंगी, तब पुजारी यदि कहेंगे तो साड़ी पहन लेंगी।