अजय ने हरीशंकर मौर्या के जरिए 50 हजार रुपए में राकेश, सागर, संतोष व जितेन को हत्या की सुपारी दी थी। उन्हें इस काम के लिए 22 हजार रुपए एडवांस भी दिए थे। चारों ने मिलकर पहले पूरण साहू के साथ दोस्ती की। उसके बाद मंगलवार रात वे उसे बमरोली तिरुपति इंडस्टि्रयल एस्टेट में वीरान जगह पर ले गए। वहां उसकी हत्या कर दी, शव घनी झाडि़यों के बीच फेंक कर फरार हो गए थे।
उसे हिरासत में लेकर पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो उसने न सिर्फ पूरण की शिनाख्त की बल्कि हत्या में शामिल अपने साथियों के नाम भी बता दिए। पुलिस टीमों ने बाद में शेष सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अजय के मृतक की पत्नी से थे प्रेम संबंध उत्तरप्रदेश के जौनपुर का मूल निवासी अजय प्लाईवुड का कारोबार करता है। अजय के मृतक पूरण की पत्नी के साथ प्रेम संबंध थे। इस बारे में पूरण को पता चल गया था। पूरण ने अजय को एक दो बार ताने भी मारे थे। जिसकी वजह से अजय उससे रंजिश रखे हुए था। पूरण को रास्ते से हटाने के लिए उसने हरिशंकर से बात की। हरिशंकर ने अजय से 50 हजार रुपए लिए थे। उसमें दस हजार उसने अपने पास रखे लिए और 40 हजार रुपए में काम शेष चार आरोपियों को सौंपा था।
जीवीत रहने की आशंका में गला रेता पुलिस ने बताया कि पार्टी करने के बहाने चारों आरोपी मिल कर पूरण को झाडि़यों के बीच ले गए थे। वहां पहुंचते ही उनके तेवर बदल गए। उन्होंने चाकू निकाल लिया और पूरण को पकड़ कर उसके पीठ, कमर, जांघ व हाथों पर कई वार किए। पूरण निढाल होकर गिर गया। उसके जीवीत रहने की आशंका के चलते उन्होंने गला भी काट दिया। जाते समय मौके पर सबूत भी मिटा दिए।