सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारिक संगठन फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (फोस्टा) में आखिर आठ साल बाद चुनावी गतिविधि शुरू हुई और फोस्टा चुनाव समिति सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों की मतदाता सूची तैयार करने में व्यस्त है। दूसरी ओर चुनाव लड़ने के ईच्छुक कपड़ा व्यापारी पैनल बनाने में सक्रिय हैं। इस बीच नई विस्फोटक जानकारी सामने आई है कि फोस्टा में वर्षों से जमे पदाधिकारियों ने गतवर्ष ही 11 मार्च को फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल एसोसिएशन के नाम से रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज, अहमदाबाद में रजिस्टर्ड करवा लिया। दिलचस्प बात यह है कि चार दशक पुराने व्यापारिक संगठन फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन का रजिस्ट्रेशन नॉन ट्रेड कॉर्पोरेशन (एनटीसी) में था और इसे रद्द हुए कई वर्ष बीत चुके हैं। ऐसी स्थिति में फोस्टा में जमे बैठे पदाधिकारी फोस्टा के रजिस्ट्रेशन में दिलचस्पी लेने के बजाय कुर्सी पर रहते ही नई फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल एसोसिएशन नामक एक जैसे व्यापारिक संगठन के गठन व रजिस्ट्रेशन में अधिक रुचि दिखाई है। फोस्टा पदाधिकारियों की यह रुचि सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों के बीच बड़ी चर्चा का कारण बनती जा रही है। उधर, इस पूरे मामले में फोस्टा के पदाधिकारी व नई संस्था के डायरेक्टर पत्रिका के साथ बातचीत से बचते रहे।
0 – फोस्टा के प्रमुख व अन्य बने डायरेक्टर : जानकारी के मुताबिक, 2015 में तीन माह में फोस्टा चुनाव संपन्न करवाने के लिए कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए मनोज अग्रवाल इस नई फोस्टा (फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल एसोसिएशन) के डायरेक्टर हैं। इनके अलावा फोस्टा के ही अन्य डायरेक्टर पुरुषोत्तम अग्रवाल व राजेश अग्रवाल तथा एक अन्य दिनेश द्विवेदी शामिल हैं। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में इस संस्था की गतिविधि सामाजिक कार्य के लिए बताई गई है। वहीं, संस्था में सदस्यों की संख्या भी दो सौ बताई गई है। नई फोस्टा का पंजीकृत कार्यालय जेजे मार्केट में बताया गया है।
0 – व्यापारियों में गहरा आक्रोश : एक तरफ चुनाव की घोषणा करते हैं और दूसरी ओर नया संगठन खड़ा करते हैं। यह कपड़ा व्यापारियों के समक्ष विचित्र स्थिति पैदा करने जैसा है। इससे व्यापारियों में गहरा आक्रोश है और उनके फोन लगातार आ रहे हैं। इस मामले में सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों की एक बड़ी सभा बुलाकर आगे की कार्रवाई के लिए निर्णय किया जाएगा।
– सांवरप्रसाद बुधिया, पूर्व अध्यक्ष, फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन 0 – व्यापारियों के साथ विश्वासघात : फोस्टा के नाम से अलग संगठन का रजिस्ट्रेशन करवाने में बदनीयती साफ झलकती है। इतने सालों रह गए फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन का रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए। यह इन लोगों का व्यापारियों के साथ सीधा-सीधा विश्वासघात है और इनका सामूहिक रूप से व्यापारिक-सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए।
– धनपतराज जैन, फोस्टा एक्शन कमेटी0 – अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली सोशल मीडिया से फैडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल एसोसिएशन व इसके चार डायरेक्टर समेत अन्य जानकारी मिली है। इनमें फोस्टा के पदाधिकारी भी शामिल हैं। फिलहाल इस मामले में व्यापारियों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। फोस्टा चुनाव समिति को शिकायत मिलने पर समानांतर संस्था के नियम के मुताबिक कार्यवाही की संभावना बनती है।
– बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य चुनाव अधिकारी, फोस्टा चुनाव समिति