सुराणा ग्रुप के अलावा भी रिंग रोड के यार्न कारोबारी और जमीन कारोबार से जुड़े ग्रुप पर फिलहाल डीडीआई विंग के अधिकारी कार्रवाई कर रहे हैं। चार कारोबारियों के ऑफिस और घर समेत एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया है। लंबे समय बाद आयकर विभाग की कार्रवाई से शहर के अन्य बिल्डरों और कारोबारी समूहों में भी हड़कंप मच गया है। बाजार खुलते ही आईटी छापामारी की कार्रवाई शहर के व्यापारियों और बिल्डर लॉबी में चर्चा का विषय बन गई है।
दिवाली के बाद शुरू की गई इनकम टैक्स की छापेमारी में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़े जाने की आशंका है।
आयकर विभाग ने सूरत में संजय समूह के कार्यालयों और आवासों पर छापेमारी की है, जहां समूह ने एक बड़ा साम्राज्य बनाया है। संजय सुराणा ग्रुप की बात करें तो शहर में यह एक जानी मानी हस्ती है। ग्रुप ने शहर में बड़े बडे कोमर्शियल रेसिडेन्सीयल एम्पायर खड़े किए है।
नौ दिन पहले वलसाड जिले से सटे संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली के सेलवास स्थित आर. आर. केबल नाम की कंपनी पर भी छापा मारा गया था। वडोदरा आईटी विभाग की टीम ने अहमदाबाद, सूरत और सेलवास में संयुक्त अभियान चलाया था।
आईटी विभाग की छापेमारी की खबर केंद्र शासित प्रदेश और वलसाड जिले में आयकर चोरी करने वाले व्यापारियों के बीच जंगल की आग की तरह फैल गई। वहां निदेशकों और वितरकों की जांच की गई।
आरआर केबल ग्रुप के चेयरमैन रमेश काबरा के निदेशकों और वितरकों की वहां जांच की गई। कंपनी के दस्तावेज, कंप्यूटर की जांच की गयी। साथ ही सभी कर्मचारियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए।