डीसीपी जोन-4 विजय सिंह गुर्जर ने बताया कि पांडेसरा तुलसीधाम निवासी पीडि़त अखिलेश यादव के साथ जालसाजी हुई। कुछ दिन पूर्व वह एचडीएफसी बैंक की एलपी सवाणी शाखा में खाता खुलवाने के लिए गए तो उन्हें पता चला कि बैंक की सोसियो सर्कल शाखा में उनके नाम पर पहले से ही दो खाते चल रहे है। जय जानकर वह चौंक गए।
बाद में उन्हें याद आया कि 2021 में उनके सहपाठी मित्र पुनित पांडे के जरिए अलथाण आशीर्वाद एंकलेव निवासी रजत सेठिया ने शेयर ट्रैडिंग अकाउन्ट खुलवाने के लिए उनके कागजात लिए थे। दो बार ओटीपी भी लिया था। इसके बदले उन्हें पांच हजार रुपए भी दिए थे। इस पर उन्होंने खटोदरा पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि रजत ने एचडीएफसी बैंक की सोसियो सर्कल शाखा में तैनात सेल्स मैनेजर कुंभारिया गांव संगीनी स्काई निवासी संदीप राखेचा के साथ मिल कर दो बैंक खाते खुलवाए थे। एक सेविंग अकाउन्ट और एक खाता फर्जी फर्म वीरासत टेक्सटाइल के नाम से खुलवाया था। फर्म के नाम से अन्य फर्जी कागजात भी बनाए थे। इस पर खटोदरा पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों बताया कि दोनों बैंक खाते उन्होंने वीआइपी रोड संगीनी इवोक निवासी मिलन जैन व साहिब नाम के व्यक्ति को इस्तेमाल करने के लिए दिए थे।
करीब दो करोड़ के ट्रांजेक्शन किए पुलिस ने बताया कि अखिलेश के नाम पर खोले गए दोनों फर्जी खातों का उपयोग कर मिलन व साहिब ने अहमदाबाद की अलग अलग फर्मो के साथ करीब दो करोड़ रुपए का लेन देन किया गया। एक खाते में 70 रुपए तो दूसरे में 1.15 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ। पुलिस का आशंका है कि फर्जीवाडे का यह खेल जीएसटी चुराने के लिए किया गया होगा। पुलिस ने फरार मिलन व साहिब की तलाश शुरू कर दी हैं।