नमकीन के दामों में 20 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी, फिर भी जमकर हो रही है खरीदी
सूरत.
नमकीन बिना दीवाली अधूरी मानी जाती है। परिवार और मेहमानों के लिए सभी के घरों पर गृहणी नमकीन बनाती है, साथ ही बाहर से भी बड़ी मात्रा में तरह तरह की नमकीन लाई जाती है। इस साल इन नमकीन के दामों में 20 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। नमकीन के दाम भले ही बढ़ गए लेकिन इसकी बिक्री पर कोई असर नजर नहीं आ रहा है। बाजार में नमकीन की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नजर आ रही है।
दीवाली में सभी के घरों में नमकीन बनाई जाती है। लेकिन आज बाजार से ही नमकीन खरीद के लाने का चलन बढ़ गया है। बाजार में तरह तरह की नमकीन के स्टॉल नजर आ रहे है। इन सभी स्टॉल पर नमकीन के भाव पिछले साल के मुकाबले 20 से 30 प्रतिशत अधिक हैं फिर भी इसकी बिक्री पर कोई असर नजर नहीं हो रहा है। नमकीन व्यापारी ने बताया कि इस साल सभी खाद्य पदार्थ की कच्ची सामग्री के दाम बढ़ गए हैं। इसलिए नमकीन के दाम पर इसका असर हुआ है। नमकीन के दाम भी बढ़ गए है। कोरोनो के कारण पिछले साल लोगो ने सादगी से दीवाली मनाई इसलिए इस साल लोग अच्छे से दीवाली मानने के मूड में नजर आ रहे है। इस कारण भाव की परवाह किए बिना नमकीन की खरीदी हो रही है।
– 200 की जगह 250 हुआ दाम
नमकीन के व्यापारी राजू सूरती ने बताया की नमकीन के एक किलो के दाम में 20 से 50 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। अलग अलग नमकीन के दाम भी अलग अलग है। एक पैकेट के दाम 200 रुपए से बढ़कर 250 हुए है। 180 वाले पैकेट के दाम 230 रुपए हुए है। चोलाफली, सक्कर पारा, मिक्स नमकीन, ढोकला, चकरी, भुजिया, गाठिया, मठिया, आलू सेव सभी के दामों में 20 से 30 रुपए की वृद्धि हुई है। फिर भी इस साल नमकीन की अच्छी बिक्री हो रही है।
खाद्य तेल और मजदूरी ने डाला असर
नमकीन के व्यापारियों ने बताया कि पिछले साल हो तेल का डिब्बा 1900 से 2100 का मिलता था, वो इस साल 2100 से 2500 का मिल रहा है। साथ कोरोना के बाद नमकीन बनाने वाले कारीगरों की मजदूरी भी 50 से 100 रुपए बढ़ गई है। दूसरी तरह नमकीन बनने का कच्चा माल भी महंगा हो गया है। इसलिए नमकीन के दाम बढ़ गए है।