मुम्बई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट मानसून में भी बिना रुके सैकड़ों कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। एनएचएसआरसीएल ने गुरुवार को मानसून के दौरान चल रेन शेड का उपयोग करने की जानकारी साझा की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि काम चलता रहना चाहिए। 40 मीटर फुल-स्पैन गर्डर कास्टिंग सेटअप के शीर्ष पर चल रेन शेड का उपयोग किया जा रहा है, ताकि मानसून में काम बिना रुके जारी रह सके। एनएचएसआरसीएल प्रवक्ता ने बताया कि गुजरात में परियोजना पर तेजी से कार्य हो रहा है। गुजरात में 2.40 किमी वायाडक्ट पूरा हो गया है, जिसमें नवसारी के पास एक किमी निरंतर वायाडक्ट और विभिन्न स्थानों पर 1.4 किमी का निर्माण शामिल है। गुजरात और डीएनएच के आठ जिलों से गुजरने वाली पूरी लाइन पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वापी से साबरमती तक आठ एचएसआर स्टेशनों पर भी विभिन्न चरणों में निर्माण कार्य हो रहा है।
मुम्बई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के पाइल कास्ट कवर की लंबाई 168 किमी, 93 किमी से अधिक की नींव और 83 किमी की लंबाई में पियर्स का निर्माण किया गया है। करीब 10 किमी क्षेत्र में गर्डर डाले गए हैं और 2.40 किमी वायडक्ट बनकर तैयार हो गए हैं। प्रोजेक्ट में नर्मदा, ताप्ती, माही और साबरमती जैसी महत्वपूर्ण नदियों पर पुल का कार्य भी प्रगति पर है। गौरतलब है कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 508.17 किलोमीटर का है। इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास 14 सितंबर 2017 को पीएम नरेन्द्र मोदी ने किया था। हाल में ही रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने नवसारी के पास एक किमी वायडक्ट निर्माण की फोटो सोशियल मीडिया पर साझा की थी।