गौरतलब है कि प्रतापपुर के होटल व्यवसायी अशोक कश्यप के बेटे रिशु कश्यप उम्र 10 वर्ष पड़ोस के दो युवकों ने अपहरण कर करसी के जंगल में ले जाकर हत्या कर शव को जला दिया था। फिर पिता को कॉल कर छह लाख रुपए की फिरौती मांगी थी।
पुलिस ने जांच के दौरान 26 फरवरी को बालक के अपहरण एवं हत्या के दो आरोपियों शुभम सोनी उम्र 26 वर्ष और विशाल ताम्रकार उम्र 28 वर्ष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना को लेकर नगरवासियों में जबरदस्त आक्रोश देखा गया था। लोगों ने रैली निकालकर आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की थी।
नगर पंचायत ने भी आरोपियों के घरों का कब्जा हटाने का प्रस्ताव पारित किया था। आरोपियों के अवैध रूप से बने घरों पर तहसीलदार ने नोटिस चस्पा किया था। साथ ही आरोपियों के परिजन को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था।
इसी कड़ी में बुधवार को पुलिस-प्रशासन की संयुक्त टीम कब्जा हटाने सुबह ही बुलडोजर लेकर पहुंची। लेकिन कुछ देर बाद अचानक बुलडोजर को वापस भेज दिया गया। इसके बाद इसके बाद बड़ी संख्या में मजदूरों को बुलाकर सारा सामान निकालने के बाद पहले आरोपी शिवम सोनी के पिता कमलेश सोनी और उसके चाचा का घर तोड़ा गया।
6 घरों को तोडऩे जारी किया गया था नोटिस
फिर पुलिस-प्रशासन की संयुक्त टीम दूसरे आरोपी विशाल ताम्रकर के घर पहुंची और उसे भी मजदूर लगाकर तोड़ दिया। यहां भी कार्रवाई से पहले घर से सामान बाहर निकाल लिया गया था। तहसीलदार पुष्पेंद्र पात्रे ने कुल 6 घरों का कब्जा हटाने का नोटिस जारी किया था।
इसके बाद एसडीएम न्यायालय से अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी हुआ और यह कार्रवाई की गई, लेकिन 2 लोगों द्वारा कमिश्नर न्यायालय से स्टे ले लेने के कारण इन पर कार्रवाई नहीं की गई।
कार्रवाई के दौरान एसडीओपी अरुण नेताम, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धु्रव, तहसीलदार पुष्पराज पात्रे, एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी पैकरा, सीएमओ नगर पंचायत यफ्रिसिया एक्का, नगर पंचायत के कर्मचारी बिहारी सिंह, डबल जायसवाल, सिद्धार्थ पटेल, इंजीनियर अभिषेक एक्का, आरआई मनोज भगत, इंद्रजीत सिंह, मिथिलेश गुप्ता, प्रवीण मिश्रा, रवि शंकर चौबे सहित बड़ी संख्या में अन्य कर्मचारी व पुलिस बल उपस्थित रहा।
हत्या करने के बाद जला दिया था शव
आरोपियों ने करसी जंगल में बालक रिशु की हत्या करने के बाद शव को जला दिया था। इसकी वजह से शव के कुछ अवशेष ही बरामद हो पाए थे। इन अवशेषों को को बीते रविवार को पुलिस ने रिशु के पिता अशोक कश्यप को सौंपा था।
इसके बाद पिता अशोक कश्यप ने कहा था कि जब तक आरोपियों के घर नहीं टूटेंगे, वे रिशु के शव का विधिवत अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वहीं प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद सरगुजा संभाग में इस तरह की पहली कार्रवाई की गई है जिसमें हत्या के आरोपियों के मकानों को तोड़ा गया है।