सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम करंजवार निवासी डॉ. अखिलेश विश्वकर्मा वर्तमान में प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थे। वे प्रतापपुर के बीएमओ भी रह चुके थे। मंगलवार को प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से ड्यूटी कर डॉ. विश्वकर्मा शाम को अपने घर करंजवार पहुंचे। यहां देर शाम लगभग ७.३० बजे उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
परिजन ने उन्हें फांसी पर लटका देख इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची व जांच के बाद शव को पीएम हेतु अस्पताल भेजा।
सुसाइड नोट में ये लिखा
पुलिस को कमरे की जांच में एक सुसाइड नोट भी मिला, इसमें उन्होंने लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी से तंग आ चुका हूं, मैं जीना नहीं चाहता, इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं, इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।
सुसाइड नोट में ये लिखा
पुलिस को कमरे की जांच में एक सुसाइड नोट भी मिला, इसमें उन्होंने लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी से तंग आ चुका हूं, मैं जीना नहीं चाहता, इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं, इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।
अब पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि डॉ. विश्वकर्मा पारिवारिक कारणों से काफी परेशान थे।