गौरतलब है कि वन परिक्षेत्र सूरजपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत अखोराकला में सोमवार रात करीब 12 बजे बी-2572 जंगल के पास स्थित जवाहर के खेत में 2 हाथियों में द्वंद हो गया। द्वंद के दौरान दोनों हाथी (CG Elephant Terror) लड़ते-लड़ते पास में स्थित 11 केवी लाइन के पोल के पास पहुंच गए।
इसी दौरान एक हाथी विद्युत पोल से टकरा गया, इससे हाइटेंशन लाइन क्षतिग्रस्त होकर उसके सिर पर गिर गया। तरंगित हाइटेंशन लाइन की चपेट (CG Elephant Terror) में आने से एक हाथी की मौत (CG Elephant died) हो गई। उसकी मौत के बाद दूसरा हाथी घटना स्थल से करीब तीन सौ मीटर दूर कल्याणपुर जंगल में चला गया।
हाथी के मौत की सूचना पर सीसीएफ सरगुजा, सूरजपुर डीएफओ पंकज कमल, रेंज अधिकारी उमेश वतराकर, सूरजपुर वन विभाग (CG Elephant Terror) के एसडीओ अनिल सिंह, प्रतापपुर एसडीओ आशुतोष भगत, वनरक्षक देवकुमार के अलावा पशु चिकित्सा विभाग के बिश्रामपुर से डॉक्टर महेंद्र पांडेय, कल्याणपुर से डॉक्टर गोविंदा साहू व चंद्रमेढ़ा से डॉक्टर नरेंद्र पाल सिंह पैकरा की संयुक्त टीम ने सुबह मौके पर पहुंचकर विवेचना की।
तीन पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा मौके पर ही हाथी (CG Elephant Terror) का शव पंचनामा पीएम उपरांत दफना दिया गया। बताया जा रहा है कि बंडा हाथी के हमले में कई लोगों जान जा चुकी है।
CG Elephant Terror: बंडा हाथी की उम्र थी 50-55 वर्ष
पशु चिकित्सा विभाग के बिश्रामपुर के डॉक्टर महेंद्र पांडेय ने बताया कि मृत बंडा हाथी की उम्र लगभग 50-55 वर्ष की थी। इसकी मौत हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से हुई है। मृत हाथी के लीवर, किडनी, हार्ट के टुकड़े, ब्लड सैंपल व अतडिय़ों का बिसरा एकत्र करके इंडियन रिसर्च वेटनरी इंस्टीट्यूट इज्जतपुर बरेली व दुर्ग भेजा गया है। यह भी पढ़ें
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बताया जा रहा है कि जिस हाइटेंशन लाइन की पोल की वजह से हाथी की मौत हुई है, उस पोल में कांक्रीट किया गया था या फिर ऐसे ही पोल को खड़ा किया गया था। इस बात की वन विभाग द्वारा जांच की जा रही है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो यहां विद्युत विभाग द्वारा यदि बिना कांक्रीट के विद्युत पोल को खड़ा किया गया होगा तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ वन विभाग द्वारा एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। हालांकि जांच (CG Elephant Terror) पूर्ण होने के बाद ही वस्तुस्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
वहीं एक हाथी की मौत के बाद दूसरा हाथी कल्याणपुर जंगल में विचरण कर रहा है, इससे आसपास के प्रभावित गांव के लोग दहशत में हैं। हालांकि वन विभाग की टीम उस हाथी की गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।