गौरतलब है कि नो एंट्री मूल रूप से छात्र-छात्राओं के स्कूल जाने के समय से शुरू होनी चाहिए, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण कोल ट्रांसपोर्ट कंपनी (CG coal transporting) के भारी वाहन तेज रफ्तार में रोड पर बेरोक-टोक यमराज बनकर दौड़ रहे हैं। इसी बीच कई छात्र-छात्राएं पैदल, साइकिल और अन्य साधनों से स्कूल आना-जाना करते हैं।
भारी वाहनों के दौडऩे से वे भी डरे-सहमे रहते हैं। इस गंभीर मामले पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है, संभवत: जिम्मेदार भी किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं। कुछ दिनों पूर्व ही कोयला से ओवरलोड हाइवा तेज रफ्तार में चलते हुए मिशन स्कूल के पास बने ब्रेकर पर उछला और आधा कोयला गिरकर रोड पर बिखर गया। इस दौरान मिशन स्कूल की छुट्टी हुई थी, बच्चे उस रास्ते से घर जा रहे थे, इससे वे बाल-बाल बच गए।
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