गौरतलब है कि प्रतापपुर के वार्ड क्रमांक 4 निवासी अशोक कश्यप के 10 वर्षीय पुत्र रिशु कश्यप का उसके पड़ोस में रहने वाले विशाल ताम्रकार व शुभम सोनी ने 29 जनवरी की शाम अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद वे उसे बाइक पर बैठाकर करसी के प्रेममारा जंगल में ले गए थे।
ज्यादा शाम होने पर छात्र ने घर चलने की जिद की तो आरोपी विशाल ताम्रकार ने सिर पर डंडे से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद बाइक से पेट्रोल निकालकर दोनों ने पत्थर के खोह में उसका शव जला दिया था।
यही नहीं, वारदात के 2 दिन बाद विशाल ताम्रकार ने उसके शव के जले अवशेषों को बिखेर दिया था ताकि किसी को कुछ पता न चल सके। इसके बाद आरोपियों ने 8 फरवरी को अंबिकापुर-बनारस मार्ग पर स्थित लटोरी के पास एक व्यक्ति को मोबाइल लूट ली थी।
लूट की मोबाइल से उन्होंने छात्र के पिता को फिरौती के लिए कॉल किया था। यही नहीं, आरोपी शुभम सोनी ने फिरौती के लिए धमकी भरा पत्र व लूट वाली मोबाइल को छात्र के घर में फेंक दिया था।
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दोनों को भेजा गया जेल
इधर छात्र के नहीं मिलने से प्रतापपुर नगरवासियों का आक्रोश पुलिस के प्रति बढ़ता जा रहा था। पुलिस ने भी छात्र की खोजबीन के लिए करीब डेढ़ दर्जन टीमें लगाई थी।
इसी बीच अंबिकापुर व सूरजपुर की साइबर सेल की टीम द्वारा दी गई जानकारी के बाद आरोपी विशाल ताम्रकार व शुभम सोनी को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने छात्र रिशु की हत्या व शव जलाने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने सोमवार को दोनों को जेल भेज दिया था।
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आरोपियों के घरों पर चलेगा बुलडोजर!
छात्र की हत्या के बाद प्रतापपुर में काफी आक्रोश था। नगरवासी आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे थे। वहीं उन्होंने आरोपियों के अवैध मकानों पर बुलडोजर चलाने की मांग की थी।
इस पर प्रशासन द्वारा आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज किया जाएगा। इसके लिए तहसीलदार द्वारा आरोपियों के घर पर नोटिस भी चस्पा किया गया है।