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ITI के इन पदों पर निकली बम्पर भर्तियां, इतने तक मिलेगी सैलरी, जल्द करें अप्लाई नहीं तो… सुकमा में पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर पदस्थ माड़वी मुत्ता के द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी किरण चव्हाण के समक्ष उपस्थित होकर अपने मासूम बच्चे के लगातार किसी शारीरिक पीड़ा से परेशान रहने के कारण हर दो माह में ब्लड़ की आवश्यकता होने व लगातार जवान द्वारा अपने स्तर ईलाज कराने के बावजूद बच्चे के स्वास्थय में सुधार नहीं होने के कारण स्वंय परिवार सहित मानसिक तौर पर अत्यधिक तनावग्रस्त रहने और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने संबंधी जानकारी से अवगत कराने पर पुलिस अधीक्षक सुकमा द्वारा बच्चे की स्थिति व जवान की मानसिकता को संज्ञान में लेकर अधिनस्थ अधिकारियो कर्मचारियो के माध्यम से बच्चे को राजधानी रायपुर रामकृष्ण अस्पताल में बेहतर ईलाज हेतु भर्ती कराया गया था।
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CG Election : चुनाव के लिए अफसरों की रणनीति तैयार, आयोग ने पुलिस कर्मियों को दिए ये आदेश पुलिस अधीक्षक सुकमा के प्रयास से शुक्रवार को बच्चे का सफल ऑपरेशन विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में संपन्न हुआ। जिसमे बच्चे के पेट से बढ़े हुये ’’स्प्लीन’’ को बाहर निकाला गया। डॉक्टरों द्वारा आपरेशन पश्चात बच्चे के जल्द स्वस्थ्य होने की भरोसा परिवार को दिलाया गया हैं। एसपी किरण चव्हाण के पुलिस परिवार हित में किये गये इस प्रयास से जवान माडवी मुत्ता एंव उसका परिवार बच्चे के सफल आपरेशन पश्चात से अत्यंत खुश हैं, एवं तत्कालिक सहयोग के लिए उनके द्वारा पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त किया गया।
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LPG Pirce : सस्ता हुआ गैस-सिलेंडर..प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के बढ़े हितग्राही, इतने उपभोक्ता मुफ्त में उठा रहे लाभ पुलिस अधीक्षक सुकमा द्वारा भविष्य में पुलिस परिवार सहित आम जनता को किसी प्रकार की समस्या होने पर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा परीक्षण करने पर बच्चे को जन्म से सिकलसेल से ग्रसित होने के कारण पेट में ’’एस्लीन’’ का साईज बढ़ जाने के कारण बच्चे को तकलीफ होना व स्वास्थ्य लाभ हेतु आपरेशन की आवश्यकता होना बताया गया।