सख्ती ने उड़ाई थी मुख्तार के आंखों की नींद
जब माफिया मुख्तार अंसारी बांदा जेल में था उस वक्त जिले की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल थीं। मुख्तार के निधन के समय भी जिले की कमान दुर्गा शक्ति नागपाल के हाथ में ही थी। दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्ती की वजह से मुख्तार की नींद उड़ गई थी। माफिया मुख्तार को सभी नियम कायदों में बंधकर रहना पड़ रहा था। ये भी पढ़ें: खुशखबरी! अब इस साल इस विभाग में नहीं होंगे तबादले, योगी सरकार ने इस कारण लिया बड़ा फैसला निडर और बेखौफ अंदाज के लिए हैं मशहूर
शक्ति नागपाल 2010 बैच की यूपी कैडर के IAS अधिकारी हैं। आईएएस अधिकारी बनने से पहले उन्होंने बी.टेक में स्नातक किया था। शक्ति अपने बेखौफ और निडर अंदाज के लिए जानी जाती हैं। इसी स्वभाव के कारण दुर्गा शक्ति नागपाल पिछले साल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निलंबन का सामना करना पड़ा था। हालांकि बाद में योगी सरकार ने बांदा जिले के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में उन्हें बहाल कर दिया था।
करियर के शुरुआती सालों में दुर्गा शक्ति नागपाल अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करके चर्चा में आईं थीं। हालांकि बाद में उन्हें कई तरह के आरोपों का सामना भी करना पड़ा था।