श्रीगंगानगर.सरकारी स्कूलों में वॉलिंटियर्स अब शिक्षकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बच्चों को न केवल दो से तीन घंटे तक किताबी ज्ञान देंगे बल्कि उन्हें हाइटेक शिक्षा की तरफ अग्रसर भी करेंगे। इसके लिए राज्य सरकार हर स्कूल में वॉलिंटियर्स लगाने की तैयारी कर रही है। यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर शुरू की जा रही है। इसके तहत शिक्षकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती विद्यार्थियों को नियमित अध्यापन कराते हुए उन्हें कक्षा अधिगम स्तर तक लाना है। ताकि विद्यार्थियों के शैक्षिक,मानसिक,मनोवैज्ञानिक विकास को बल मिल सके। इसमें शिक्षकों के सहयोग के लिए शिक्षा विभाग ने समुदाय के सेवाभावी दक्ष युवा, अनुभवी बुजुर्गों, सेवानिवृत्त व्यक्तियों आदि को वॉलंटियर्स बनाने की नई पहल की है। वॉलिटियर्स शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों के शैक्षणिक,मानसिक और मनोवैज्ञानिक विकास को मजबूत करने एवं सकारात्मक सहयोग करने के लिए बेहतर कर सकेंगे।
राज्य में खर्च होंगे 423.34 लाख रुपए
वार्षिक कार्ययोजना 2024-25 के बजट समस्त जिलों के 51,977 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए 317.05 लाख व 17,424 उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए 106.28 लाख रुपए का प्रावधान है। जबकि जिले के 1954 स्कूलों में 11 लाख से ज्यादा राशि आवंटित की गई है।
यह रहेगी वॉलिटियर्स की भूमिका
1.शिक्षकों को विद्यालय में होने वाली गतिविधियों में सहयोग प्रदान करना।
2.विद्यार्थियों का कक्षाओं से नियमित जुड़ाव बनाए रखने में सहयोग प्रदान करना।
3.ड्राप आउट दर को रोकने, नामाकन वृद्धि एवं ठहराव सुनिश्चित करना।
4.समुदाय का एसएमसी के साथ समन्वय कर विद्यार्थियों के शैक्षिक स्तर में सुधार का प्रयास करना।
5.विद्यालय में बालक-बालिकाओं को सह शैक्षिक गतिविधियों में सहयोग के लिए अध्यापक से वार्ता करना।
6.विद्यार्थियों के लिए समुदाय में अनुकुलीत सहज वातावरण निर्माण करने में सहयोग।
यूं खर्च होगी राशि
वॉलिटियर्स प्रशिक्षण: 585 रुपए
मॉड्यूल अपडेशन एवं केआरपी प्रशिक्षण: 30 रुपए/विद्यालय
केआरपी प्रशिक्षण: 25 रुपए/विद्यालय
विद्यालय स्तर पर 10 से 20 स्वयंसेवकों का चिह्निकरण किया जाना है। इनके डाटा को संरक्षित करने के लिए शाला दर्पण पोर्टल पर मॉड्यूल भी बनाया गया है। विद्यार्थी हित में बेहतरीन कार्य करने वाले वॉलिंटियर्स विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मानित भी होंगे।
-भूपेश शर्मा,जिला समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र, श्रीगंगानगर
10 से 20 स्वयंसेवकों का चिह्निकरण
विद्यालय स्तर पर 10 से 20 स्वयंसेवकों का चिह्निकरण किया जाना है। इनके डाटा को संरक्षित करने के लिए शाला दर्पण पोर्टल पर मॉड्यूल भी बनाया गया है। विद्यार्थी हित में बेहतरीन कार्य करने वाले वॉलिंटियर्स विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मानित भी होंगे।
-भूपेश शर्मा,जिला समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र, श्रीगंगानगर