जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पदमपुरा के निकटवर्ती चक 6 एसएलडी के पास गुरुवार रात्रि एक हिरण के शिकार का मामला सामने आया। जिसको लेकर वन्यजीव प्रेमियों में रोष फैल गया। मौके पर देर रात सैंकड़ो़ं वन्यजीव प्रेमियों व ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। वन्यजीव प्रेमियों के अनुसार हिरण का शिकार करने के बाद अज्ञात शिकारी मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने हिरण के शिकार की सूचना सूरतगढ़ वन विभाग के अधिकारियों को दी। जिस पर वन विभाग के रेंजर पवन बिश्नोई मौके पर पहुंचे और घटना स्थल की पड़ताल करते हुए मामले की जानकारी ली।
मौके पर ही पोस्टमार्टम के लिए अड़े ग्रामीण
वन विभाग के रेंजर ने वन्यजीव प्रेमियों व ग्रामीणों से हिरण का पोस्टमार्टम करवाने के लिए आग्रह किया ताकि पता चल सके हिरण की मौत किस कारण से हुई है। लेकिन मौके मौजूद वन्यजीव प्रेमी व ग्रामीण नहीं माने और उन्होंने इसे शिकार की घटना बताते हुए मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाने की बात कही। इस मौके पर सुशील गोदारा, कानाराम, हरि बेनीवाल, संदीप, रामनिवास गोदारा, सतवीर गोदारा, संजयपाल आदि ने हिरण के शिकार का आरोप लगाते हुए वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए। वन्यजीव प्रेमियों ने कहा कि लगातार हो रहे हिरण व अन्य वन्यजीवों के शिकार से वन्यजीव प्रेमियों में काफी रोष है। लेकिन वन विभाग के अधिकारी नहीं चेत रहे हैं। उधर सूचना मिलने के बाद सूरतगढ़ सिटी व राजियासर पुलिस सहित वन विभाग के उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करवाने का प्रयास किया। शुक्रवार सुबह से ही मौके पर सैंकड़ो लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। रेंजर पवन बिश्नोई ने बताया डॉक्टरों की टीम को घटनास्थल पर ही हिरण का पोस्टमार्टम किया जाएगा। यह भी पढ़ें
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रेंजर पर लगाया नशे में होने का आरोप, तो खुद करवाया मेडिकल
-उधर 6 एसएलडी में हिरण शिकार को लेकर आक्रोेशित वन्यजीव प्रेमियों और रेंज़र पवन बिश्नोई में गुरुवार रात तीखी नोंक झोंक हुई। इस दौरान वन्यजीव प्रेमियों ने रेंजर पर नशे में होने का आरोप डाला और हिरण का शव नहीं उठाने दिया। विवाद के बाद आहत रेंज़र मौके से चले गए और खुद ही नजदीकी चिकित्सालय में पहुंचकर अपना मेडिकल करवाया। वहीं रेंजर ने भी वन्यजीव प्रेमियों पर मारपीट व दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। यह भी पढ़ें