ऐसे में नगर परिषद में आयुक्त का पद 12 दिन में फिर खाली हो गया। वहीं एडीएम प्रशासन सुभाष कुमार को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में लगाया गया है। आईएएस मृदुल सिंह का तबादला भरतपुर होने के कारण सीईओ का पद खाली पड़ा था। इस पद को भरने के लिए सरकार ने आईएएस की बजाय आरएएस अफसर को कमान सौंपी है।
इधर, जिला रसद अधिकारी डॉ. सत्प्रकाश कस्वां को डूंगरपुर में उपायुक्त जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग में भेजा हैँ। इसके अलावा सीकर के नेछवा एसडीएम स्वाति गुप्ता को यहां श्रीगंगानगर सहायक कलक्टर के रूप में लगाया है। सहायक कलक्टर अजीत कुमार गोदारा को पदमपुर एसडीएम लगाया है।
कलक्ट्रेट कैम्पस में पांच महिला अफसर
जिला मुख्यालय पर कलक्ट्रेट कैम्पस में अब नारी शक्ति का दबदबा देखने को मिलेगा। जिला कलक्टर डॉ. मंजू के अलावा जिला रसद अधिकारी कविता सिहाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक सुमित्रा बिश्नोई अधिकारी के रूप में कार्यरत हैँ और अब एडीएम प्रशासन रीना छीम्पा और सहायक कलक्टर के रूप में स्वाति गुप्ता अपनाकामकाज संभालेगी।नगर परिषद : महज 12 दिन में फिर हुआ खेला
इसी माह सात सितम्बर को आयुक्त यशपाल आहुजा का तबादला हुआ तो सरकार ने छीम्पा को आयुक्त की कमान सौंपी। छीम्पा ने 11 सितम्बर को ज्वाइन भी किया लेकिन 23 सितम्बर को उन्होंने एडीएम प्रशासन लगाते ही यह पद फिर खाली हो गया। पिछले दो साल में नगर परिषद आयुक्त के पद पर 11 अफसरों को लगाने की अनुशंसा हुई, इसमें से सिर्फ सात अफसरों ने ही आयुक्त के रूप में कामकाज किया। आरएएस अफसर की आयुक्त पद पर नियुक्त नहीं होने पर स्वायत्त शासन विभाग के अगले आदेश का इंतजार करना पड़ेगा। वैसे भी परिषद बोर्ड का कार्यकाल अगले डेढ़ माह में समाप्त होने जा रहा है।