प्राइवेट हॉस्पिटल में डेंगू, मलेरिया और टायफाइड के रोगी ज्यादा पहुंच रहे हैं। मौसमी बीमारियों की बढ़ती संख्या पर अब राज्य सरकार अलर्ट हो गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं राजस्थान जयपुर निदेशालय ने पूरे प्रदेश के सीएमएचओ को गुरुवार को आदेश जारी कर मौसमी बीमारियों के बचाव एवं नियंत्रण के दृष्टिगत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के अवकाश पर तुरन्त प्रभाव से रोक लगा दी है।
विशेष परिस्थितियों में अवकाश सक्षम स्तर की पूर्व अनुमति से ही देय हो सकेगा। सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला ने बताया कि निदेशक ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि चिकित्सक या अधिकारी या कार्मिक सक्षम स्तर से अनुमति के बिना मुख्यालय नही छोडेंगें। जिन चिकित्सालयों में मौसमी बीमारियों के कारण रोगी भार में अत्यधिक वृद्धि हो रही है, वहां इसके लिए पृथक से विशेष ओपीडी संचालित करने के निर्देश भी दिए हैं।
अब रोजाना आ रहे डेंगू रोगी
इस सीजन रोगियों की डेंगू जांच लगातार हो रही हैं। जांच में हर दिन डेंगू के केस बढ़ते जा रहे हैं। यहीं कारण है कि जिला प्रशासन, नगर परिषद व स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है। बावजूद इसके डेंगू की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करण आर्य ने बताया कि वर्ष 2022 में 579 डेंगू रोगी सामने आए थे जबकि वर्ष 2023 में 227 रोगी डेंगू बुखार के पीड़ित थे। इस साल अब तक 23 रोगी पॉजीटिव आए हैं। आर्य के अनुसार, जिस रफतार से रोजाना एक रोगी आ रहा है उससे लगता है कि अगले एक महीने स्वास्थ्य विभाग के लिए समय चुनौतीपूर्ण होने वाला है।